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 उत्तर प्रदेश, नोएडा: वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए 300 से अधिक प्रतिनिधि

 उत्तर प्रदेश, नोएडा: वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए 300 से अधिक प्रतिनिधि

अजीत कुमार
 उत्तर प्रदेश, नोएडा। चाइल्ड पीजीआई के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स (आईएएमएम) दिल्ली चैप्टर का दूसरा वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इसका विषय वायरल डायग्नोस्टिक्स में हालिया प्रगति, चुनौतियां और अवसर रहा। इसमें देशभर से 300 से अधिक विशेषज्ञों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने भाग लिया।
आरएमएल अस्पताल की डॉ माला छाबड़ा ने वायरल प्रकोपों के बदलते स्वरूप पर व्याख्यान दिया, जिसमें निपाह, मंकीपॉक्स, कोविड-19 और जीका जैसे उभरते संक्रमणों का जिक्र किया गया। सत्र का संचालन डॉ गीता मेहता और डॉ अनीता चक्रवर्ती ने किया। डॉ एकता गुप्ता ने बाल्यावस्था में वायरल हेपेटाइटिस की जांच में नवाचार पर प्रस्तुति दी। इसमें डॉ. रेशु अग्रवाल और डॉ. शोभा ब्रोअर ने अध्यक्षता की। मॉलिक्यूलर वायरल डायग्नोस्टिक्स की संभावनाएं और सीमाएं विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में डॉ बीएल शेरवाल, डॉ ललित दर, डॉ डीके सिंह और डॉ सुमी नंदवानी शामिल हुए। इसका संचालन डॉ अशोक रत्तन ने किया।

इस दौरान एमडी व पीएचडी छात्रों के लिए क्विज प्रतियोगिता हुई। इसका संचालन डॉ संजीब गोगोई व डॉ प्रभाव अग्रवाल ने किया। प्रतियोगिता में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। तीस से अधिक प्रतिभागियों के के बीच पोस्टर प्रतियोगिता हुई। इस अवसर पर आईएएमएम दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष डॉ मनोज जैस, डॉ विकास मंचंदा, चाइल्ड पीजीआई के निदेशक प्रो डॉ अरुण कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ से डॉ रेशु अग्रवाल भी शामिल हुए।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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