
खेल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत : मांडविया
-खेलो इंडिया के तहत सालभर होने वाली प्रतियोगिताएं का वार्षिक कैलेंडर लॉन्च
-खेल प्रतियोगिताओं के जरिये जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की हो सकेगी पहचान
-19 से 25 मई 2025 तक दीव में होगा खेलो इंडिया बीच गेम्स का पहला संस्करण
नई दिल्ली 18 मई : देश भर में जमीनी स्तर पर खेलों और एथलीट विकास को मजबूत करने के लिए खेल मंत्रालय ने रविवार को एक व्यापक वार्षिक कैलेंडर लॉन्च किया।
इस अवसर पर युवा मामले और खेल मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, खेलो इंडिया वार्षिक कैलेंडर केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह भारत की घरेलू प्रतिस्पर्धा संरचना को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक खाका है, जो भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति में बदल देगा। डॉ. मांडविया ने आगे कहा, पिछले एक दशक में, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारतीय खेलों में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं।
हम जल्द ही पूरे साल खेलो इंडिया गेम्स और अन्य प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला शुरू करेंगे – जिसमें खेलो इंडिया बीच गेम्स (केआईबीजी), खेलो इंडिया स्कूल गेम्स (केआईएसजी), खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स, खेलो इंडिया नॉर्थ-ईस्ट गेम्स जैसे प्रारूप शामिल हैं। ये आयोजन भारत की युवा प्रतिभाओं की पहचान करने, उन्हें निखारने और तैयार करने में महत्वपूर्ण होंगे। इन खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से, हम राष्ट्रमंडल खेल 2030 और ओलंपिक खेल 2036 के लिए खेल उत्कृष्टता की नींव रख रहे हैं। भारत आगे बढ़ रहा है, और युवा इस खेल क्रांति के केंद्र में हैं।
इसके अलावा, खेलो इंडिया मार्शल आर्ट गेम्स, खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स और खेलो इंडिया स्वदेशी गेम्स जैसे आयोजनों को शामिल करने का उद्देश्य स्वदेशी और पारंपरिक मार्शल आर्ट को मुख्यधारा में लाना है। इनमें से कई खेल, जैसे कि एशियाई खेलों में शामिल किए गए, की गहरी सांस्कृतिक जड़ें और मजबूत अनुयायी हैं, और अब उन्हें व्यापक मान्यता और विकास के लिए राष्ट्रीय मंच प्रदान किया जा रहा है।