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दिल्ली में आशा किरण शेल्टर होम में केवल जुलाई महीने में 14 बच्चों की मौत, कई बड़े अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे

दिल्ली में आशा किरण शेल्टर होम में केवल जुलाई महीने में 14 बच्चों की मौत, कई बड़े अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे

रिपोर्ट: हेमंत कुमार

दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण होम में केवल जुलाई महीने में 14 बच्चों की मौत मामला सामने आने से मचा हड़कंप. मामला सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया और मौके पर एसडीएम, एडीएम, डीसीपी सहित कई बड़े अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे. इसके अलावा मामला तूल पकड़ता देख मौके पर भाजपा के नेताओ का भी आने का सिलसिला तेज हो गया, और उन्होंने दिल्ली सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. गौरतलब है कि मिली जानकारी के अनुसार साल 2024 में जनवरी से अब तक 27 बच्चों की मौत हो गई, लेकिन अकेले जुलाई में मौत का आंकड़ा एक दर्जन पर होने से प्रशासन के हाथ पैर फूल गए. फिल्हाल शासन और प्रशासन पूरे मामले की जांच में जुटी है.

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 1 स्थित आशा किरण होम एक बार फिर से सुर्खियों में है. जी हां रोहिणी सेक्टर 1 स्थित इस आशा किरण होम में बीते जुलाई महीने में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत का मामला सामने आया है. इन लोगों की आखिर कैसे हुई यह विषय सवालों के घेरे में है. दरअसल बीते केवल जुलाई महीने में ही हुई मौत का आंकड़ा हैरान और परेशान करने वाला है. मिली जानकारी के अनुसार जुलाई में मौत का आंकड़ा 14 है जिसमें से एक किशोर जबकि 13 की उम्र तकरीबन 18 साल से 25 साल की बताई जा रही है. जैसे ही खबर फैली तो तुरंत प्रशासन हरकत में आ गया, और प्रशासनिक अमला इस पूरे मामले की जांच में जुट गई. इस संबंध में रोहिणी एसडीएम मनीष चंद्र वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही उनके संज्ञान में ये मामला आया जांच शुरू कर दी गई. मौके पर एसडीएम के अलावा एडीएम भी पहुंचे, और पूरी स्थिति का जायजा लिया. एसडीएम मनीष चंद्र वर्मा ने बताया कि शुरुआती जानकारी में कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी, लेकिन अचानक से एक ही महीने एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो जाना जांच का विषय जरूर है. इसलिए इस मामले में हर पहलू पर जांच की जा रही है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी.

दूसरी ओर यह प्रकरण अब राजनीतिक तूल भी पकड़ता जा रहा है. शायद इसी का परिणाम है कि मामला जैसे ही सुर्खियों में आया मौके पर भाजपा के नेताओं का पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया. मौके पर भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा गुप्ता भी पहुंची, और एक महीने में अचानक से मौत का आंकड़ा इस तरह हो जाने पर भाजपा ने दिल्ली पर जमकर निशाना साधा. भाजपा नेताओं से इस मुद्दे पर अपने आक्रामक तेवर दिखाते हुए और दिल्ली सरकार की कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े किए.

रतलब है कि रोहिणी सेक्टर 1 स्थित इस आशा किरण होम में अक्सर पहले भी इस तरह के विवादित मामले सामने आए हैं, लेकिन इस बार इस प्रकरण ने ऐसा तूल पकड़ा कि अब यह मामला राजनीतिक मुद्दा भी बनता जा रहा है. आपको बता दें कि यह बात सामने आई है कि जनवरी से अब तक कुल 27 लोगों की मौत हुई है, लेकिन एक महीने में अचानक से इस तरह से मौत का आंकड़ा सामने आना सवालों के घेरे में है. फिल्हाल इन 14 लोगों की मौत की असली वजह क्या है यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा. लिहाजा देखना लाजमी होगा कि अब इस मामले में आगे क्या कार्यवाही होती है.

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