कमिश्नरेट में मुठभेड़ के शतक पूरा, तीन बदमाश हुए ढेर
कमिश्नरेट में मुठभेड़ के शतक पूरा, तीन बदमाश हुए ढेर
![कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने आपराधियों पर शिकंजा कसा है](https://topstory.online/wp-content/uploads/2024/05/16_11_2022-peet_peet_kar_hatya_20221116_201724-780x470.jpg)
अमर सैनी
गाजियाबाद।कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने आपराधियों पर शिकंजा कसा है। 670 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई तो वहीं, गुंडा और गैंगस्टर अधिनियम के तहत हजारों अपराधियों पर कार्रवाई की गई। संगीन वारदात करने वाले बदमाशों को पुलिस की गोली का सामना करना पड़ा। शुक्रवार तड़के लूट के बाद हत्या करने वाला बदमाश अक्की ढेर हुआ तो कमिश्नरेट में मुठभेड़ का शतक पूरा हो गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 30 नवंबर 2022 को गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागी हुई थी। नई व्यवस्था लागू होने के बाद नौ मई तक पुलिस और बदमाशों के बीच 99 मुठभेड़ हो चुकी थीं। टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस हेड विनय त्यागी की लूट के बाद हत्या करने वाले बदमाशों के साथ शुक्रवार तड़के हुई मुठभेड़ कमिश्नरेट पुलिस की 100 वीं मुठभेड़ थी। इस मुठभेड़ में मुख्य हत्यारोपी ढेर हो गया, जबकि उसका साथी फरार होने में कामयाब हो गया। पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने बताया कि कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद एक दिसंबर 2022 से दस मई 2024 तक कुल 100 मुठभेड़ हो चुकी हैं। इन मुठभेड़ों में 107 अपराधी गोली लगने से घायल हुए, जबकि मुठभेड़ के दौरान घेराबंदी कर 166 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश मारे गए।
34 माह में एक भी फुल एनकाउंटर नहीं
नोएडा में 27 मई 2019 को नोएडा के जारचा में हुई 65 लाख की लूट में वांछित बदमाश बुलंदशहर निवासी मेहरबान की लोकेशन 17 जुलाई 2019 को साहिबाबाद क्षेत्र में मिली थी। एसटीएफ की सूचना पर गाजियाबाद पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी। भोपुरा स्थित कोयल एंक्लेव में देर रात एसटीएफ और पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश मेहरबान ढेर हुआ था। मेहरबान पर लूट, हत्या और डकैती के करीब 30 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। इस मुठभेड़ के 34 माह तक गाजियाबाद पुलिस किसी बदमाश फुल एनकाउंटर नहीं कर सकी।
दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस का खून खौला
20 अप्रैल 2022 की रात को वेव सिटी में गौतमबुद्धनगर के डेयरी मच्छा निवासी जितेंद्र तथा गिरधरपुर निवासी हरेंद्र की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए थे। इस दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस का खून खौला और 28 मई 2022 की तड़के हत्याकांड को अंजाम देने वाले बिल्लू दुजाना और उसके साथी राकेश दुजाना को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
इन बदमाशों का मारा गया
02 जून 2023 : एक अप्रैल 2023 को मुरादनगर थानाक्षेत्र के उखलारसी गांव में विद्युत निगम के ठेकेदार नवीन भारद्वाज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को उखलारसी गांव के विशाल चौधरी उर्फ मोनू ने साथियों संग मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस मोनू की तलाश में सरगर्मी से जुटी थी, लेकिन इसी बीच मोनू ने 23 मई को मुरादनगर में ही मोबाइल कारोबारी मुकेश गोयल पर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। दो जून 2023 को मोनू मुरादनगर गंगनहर पटरी पर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
30 अक्तूबर 2023 : हापुड़ की पन्नापुरी कॉलोनी निवासी कीर्ति एनएच-9 स्थित एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा थी। 27 अक्तूबर 2023 को कॉलेज से ऑटो में घर जाते वक्त उद्योग कुंज के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने उससे मोबाइल लूट लिया। कीर्ति लुटेरों से भिड़ गई और इस दौरान ऑटो से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। 29 अक्तूबर की शाम उसकी मौत हो गई। 30 अक्तूबर 2023 की तड़के पुलिस ने मिसलगढ़ी मसूरी निवासी लिटेरे जितेंद्र उर्फ जीतू को मुठभेड़ में मार गिराया था।
10 मई 2024 : टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस हेड विनय त्यागी की तीन मई को शालीमार गार्डन थानाक्षेत्र में लूटपाट के बाद चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटना के सातवें दिन 10 मई की तड़के मुख्य हत्यारोपी अक्की को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।