डीबीयू के अग्रिम क्लब ने फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता बढ़ाई
चंडीगढ़ मार्च ( कोमल रमोला ) देश भगत विश्वविद्यालय के कृषि और जीवन विज्ञान के अग्रिम क्लब ने पीएयू कृषि विज्ञान केंद्र फतेहगढ़ साहिब के सहयोग से फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम करवाया। इसका उद्देश्य किसानों और छात्रों के बीच स्थायी कृषि पद्धतियों के बारे में शिक्षित करना था।
कृषि और जीवन विज्ञान की डीन डॉ. एचके सिद्धू ने अतिथियों का स्वागत किया। पीएयू में एसोसिएट डायरेक्टर ट्रेनिंग डॉ. विपन कुमार ने दर्शकों को इन-सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के लिए मशीनरी के बारे में बताया। बागवानी की सहायक प्रोफेसर डॉ. अरविंद प्रीत कौर ने सब्जी उत्पादन में पराली के उपयोग पर जोर दिया। मृदा विज्ञान के सहायक प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार ने मृदा और मृदा परीक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। गृह विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ. मनीषा भाटिया ने संबंधित पहलुओं पर अंतर्दृष्टि साझा की।
आरिफ, विकास, सोनू, अलेक्जेंडर, थॉमस, अनन्या, अंजलि और करमजोत सहित कृषि विभाग के विद्यार्थियों ने भाषण, डेकलामेशन, बहस, प्रस्तुतियों और गीतों के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन पर अपने दृष्टिकोण का प्रदर्शन किया। इसके अलावा प्रबंधन विभाग की छात्रा आयशा और मनसिमरन ने जैविक खेती के महत्व पर अपने विचार साझा किए। डॉ. दलविंदर जीत सिंह बेनीपाल ने समापन भाषण में आयोजन के महत्व और टिकाऊ कृषि पर इसके प्रभाव का सारांश पेश किया।