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उत्तर प्रदेश : खुले आसमान के नीचे अन्नदाता, नीलामी चबूतरों पर अतिक्रमण के चलते सड़क पर होती है धान की नीलामी

Mathura News : सरकार ने किसानों की उपज की नीलामी के लिए मंडी परिसर में चबूतरे बनाए। आवागमन की सुविधा के लिए दुकानों के बीच गैलरी, खाली स्थान छोड़ा किसान खुले में शौच न करें इसके लिए शौचालय बनवाए। लेकिन अधिकारियों ने इन स्थानों पर अतिक्रमण को खुली छूट दे दी। नतीजा ये है कि किसानों की फसल खुले आसमान के नीचे अब सड़क पर नीलाम हो रही है, मंडी में जाम लग रहा है, सरकार को राजस्व की हानि हो रही है।

करीब तीन साल पहले मंडी समिति के प्रभारी अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट ने परिसर से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। इसमें मंडी के सेक्टर प्रभारी निरीक्षकों से परिसर में अतिक्रमण की सूची तैयार करवाई गई। इसमें सब्जी और अनाज मंडी में 251 अतिक्रमण चिंहित किए गए। इन सभी कब्जों को ध्वस्त करा दिया गया। इसके बाद मंडी कारोबारियों ने राहत की सांस ली। बेखौफ मंडी अधिकारियों ने मिलीभगत कर इन सभी स्थानों पर पुनः कब्जा करा दिया।

वर्तमान में सब्जी और अनाज मंडी में 500 से अधिक अतिक्रमण है। इसका सीधा असर मंडी संचालन पर पड़ रहा है। सड़क पर धान की नीलामी के चलते मंडी में भयंकर जाम लग जाता है। इससे लोडिंग प्रभावित होती है और मंडी को बंद करने का निर्णय लेना पड़ता है। जो राजस्व संकलन पर बुरा असर डालता है।

किसानों ने तोड़ दिए थे गेट सड़क पर धान की नीलामी के चलते मंडी में भयंकर जाम लग जाता है। इसके लिए मंडी प्रशासन ने किसानों के प्रवेश के लिए रात्रि दो बजे से सुबह 11 बजे तक का समय निर्धारित किया और मंडी गेट पर ताले डाल दिए। अपनी फसल बेचने को परेशान किसानों ने अनाज मंडी में प्रवेश को बने दो गेटों को तोड़ दिया।

पुलिस, पीएसी बल की मांग, अति़क्रमणकारियों पर मेहरबान मंडी प्रशासन पर सड़क पर धान की नीलामी करने वालों के आगे असहाय है, अतिक्रमणकारियों पर मेहरबान है लेकिन किसानों को रोकने के लिए पुलिसबल और पीएसी की मांग की जा रही है। पूरे सूबे में मथुरा एक नजीर बनता जा रहा है जहां किसानों को उनकी उपज बेचने के लिए पीएसी और पुलिस बल लगाने की जरूरत महसूस हो रही है।

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