राज्यउत्तर प्रदेश

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में अवैध खनन माफिया की धड़ल्ले से गतिविधियाँ, प्रशासन पर उठे सवाल

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में अवैध खनन माफिया की धड़ल्ले से गतिविधियाँ, प्रशासन पर उठे सवाल

रिपोर्ट: अजीत कुमार

उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा शहर सोना उगल रहा है और इसी सोने से यहां के खनन माफिया की चाँदी हो रही है। रात को ये खनन माफिया बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनों और डंपरों के माध्यम से ग्रेटर नोएडा की बेशकीमती जमीन को खोखला करने का काम कर रहे हैं। लाखों करोड़ रुपए के इस खेल में न तो खनन माफियाओं को अधिकारियों का कोई डर है और न ही शासन का, जिसके चलते वे धड़ल्ले से खनन कर रहे हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की है, जिससे खनन विभाग पर भी सवाल उठने लगे हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रही है, लेकिन खनन माफिया इतने हठीले हैं कि वन विभाग की बेशकीमती जमीन को भी चीरकर अवैध खनन कर रहे हैं और मिट्टी व बालू निकालकर मोटी कमाई कर रहे हैं। इस इलाके में खनन होने के बावजूद ईकोटेक-1 थाना पास में मौजूद है और रात में पुलिस पेट्रोलिंग भी करती है, लेकिन खनन माफिया धड़ल्ले से अपने कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।

खनन माफिया जेसीबी मशीन और डंपरों की मदद से जमीन पर बड़े गड्ढे कर रहे हैं। उनके अवैध खनन के वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें दिख रहा है कि कैसे वे धरती का सीना चीरकर बालू निकालकर डंपरों में भरते हैं। निर्माण कार्यों में रेत की आवश्यकता को पूरा करने के बहाने ये माफिया सरकार की बेशकीमती जमीन पर खुलेआम अवैध खनन कर रहे हैं।

स्थिति यह है कि खनन विभाग और पुलिस प्रशासन के बावजूद भी अवैध खनन जारी है। अब सवाल यह उठता है कि क्या जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इन अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर पाएगा, या फिर ये माफिया लाखों करोड़ों रुपए की वन विभाग की जमीन को खोखला करते रहेंगे।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

Related Articles

Back to top button