उत्तर प्रदेश, नोएडा: लोगों के बीमार होने पर प्राधिकरण ने रोका सोसाइटी का पानी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: लोगों के बीमार होने पर प्राधिकरण ने रोका सोसाइटी का पानी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। ग्रेनो वेस्ट स्थित एसकेए दिव्या टावर सोसाइटी में लोगों के बीमार होने के बाद ग्रेनो प्राधिकरण ने मंगलवार को पानी की सप्लाई रोक दी। निवासियों ने आरोप लगाया था कि दूषित पानी पीने से 15 दिनों में 300 से अधिक लोगों को पेट दर्द व उल्टी सहित कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निवासियों की शिकायत पर प्राधिकरण की टीम ने सोसाइटी के मुख्य गेट के पास की लाइन को खोदकर पानी के नमूने लिए हैं। साथ ही, रिपोर्ट आने के बाद ही सप्लाई करने का फैसला लिया है। फिलहाल, बोरवेल से सप्लाई होगी।
निवासियों ने बताया कि कई दिनों से दूषित पानी की सप्लाई की शिकायत की जा रही थी लेकिन संबंधित विभाग ने सुध नहीं ली। अब लोगों की हालात अधिक खराब हो गई तो अधिकारियों की नींद खुली। मंगलवार को भी 50 से अधिक लोगों को पेट दर्द की शिकायत हुई। कई लोगों को अस्पताल जाना पड़ा। सोसाइटी में 400 परिवार रहते हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि हर महीने समय से रखरखाव शुल्क देने के बाद भी बिल्डर की ओर से मनमानी की जा रही है। बिल्डर प्रबंधन की ओर से शुद्ध पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही। लोगों ने खुद पानी की जांच कराई थी। रिपोर्ट में पानी पीने योग्य नहीं पाया गया। ये काम बिल्डर प्रबंधन को करना चाहिए।वहीं, प्राधिकरण के जल विभाग के अधिकारी नरेंद्र तिवारी ने बताया कि तीन नमूने लिए गए हैं। सोसाइटी में पानी की सप्लाई फिलहाल बंद की गई है। रिपोर्ट आने के बाद एक दो दिन में पानी की सप्लाई बहाल की जाएगी।
पानी उबाल कर पी रहे निवासी
निवासी पंकज शर्मा ने बताया कि बोरवेल से सप्लाई होने के बाद भी लोग पानी उबालकर पी रहे हैं। एक बार बीमारी को झेल चुके हैं। अब उन्हें फिर से बीमार नहीं होना है। पहले से ही वह सतर्कता बरत रहे हैं। पानी इतना अधिक गंदा था कि आरओ ने भी काम करना बंद कर दिया। कई लोगों के घरों के आरओ खराब हो चुके हैं। कई घरों में बाजार से पानी की बोतल खरीदकर मंगाई जा रही है।
सोसाइटी में लगेगा स्वास्थ्य शिविर
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि बिल्डर प्रबंधन से कहा गया है कि सोसाइटी में लोगों के बीमार होने पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। बिसरख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सचेंद्र मिश्र का कहना है कि उन्हें लोगों के बीमार होने की जानकारी नहीं है। यदि सोसाइटी की ओर से शिविर के लिए कहा जाएगा तो टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। पहले भी कई सोसाइटियों में शिकायत आने पर शिविर लगाए गए हैं।
पानी की आपूर्ति की कराई जांच
एसकेए ग्रुप के मीडिया प्रभारी का कहना है कि सोसाइटी के कुछ फ्लैटों में दूषित जलापूर्ति और उसके इस्तेमाल से कुछ निवासियों के बीमार पड़ने की शिकायतें मिली हैं। इसके बाद टीम ने सोसाइटी के भीतर पानी की आपूर्ति करने वाले सभी पाइपलाइन आदि को चेक कराया लेकिन कहीं कोई लीकेज या अन्य फॉल्ट नहीं मिला। इसकी सूचना जल विभाग को भी दी गई थी। जल विभाग के पाइप जिनके सोसाइटी में जॉइंट होते हैं वहां से सैंपल लिया गया। जांच रिपोर्ट में ई-कोलाई बैक्टीरिया पाया गया। सोसाइटी के सामने पंप रूम के बाहर प्राधिकरण की ड्रेन के बाद मेन रोड पर एक स्थान पर लीकेज की समस्या सामने आई जिसे अधिकारियों व उनकी टीम की ओर से दुरुस्त कर दिया गया। दो अन्य स्थानों पर भी प्राधिकरण की ड्रेन के नीचे से पानी की लाइन जा रही है। इन स्थानों पर भी खुदाई कर लीकेज तलाशने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।
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