
नई दिल्ली, 3 अक्तूबर : भारत को ‘सामाजिक सुरक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि’ के लिए प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाना मोदी सरकार के प्रयासों को मान्यता देता है। जो अधिकतम नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने के प्रयास में संलग्न है।
यह बातें केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को मलेशिया के कुआलालंपुर में विश्व सामाजिक सुरक्षा मंच (डब्ल्यूएसएसएफ) पर आईएसएसए पुरस्कार 2025 ग्रहण करने के बाद कहीं। उन्होंने कहा, भारत की सामाजिक सुरक्षा कवरेज को अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) से भी मान्यता मिल चुकी है जो 2015 में 19% से बढ़कर 2025 में 64.3% हो गई है। इसके तहत 94 करोड़ से अधिक नागरिकों को किया जा चुका है। इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा कवरेज में वृद्धि के बाद, आईएसएसए महासभा में भारत का हिस्सा तीस (30) तक पहुंच गया है, जो किसी भी देश के लिए सबसे अधिक वोट शेयर है।
यह त्रिवार्षिक पुरस्कार वैश्विक स्तर पर सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों में भारत की असाधारण प्रगति को मान्यता देता है। यह पुरस्कार समारोह डब्ल्यूएसएसएफ का मुख्य आकर्षण था, जो 163 देशों के 1,200 से अधिक सामाजिक सुरक्षा नीति निर्माताओं और पेशेवरों का एक प्रमुख वैश्विक सम्मेलन है। अपनी स्थापना के बाद से इस पुरस्कार का पांचवां प्राप्तकर्ता होने के नाते, भारत सामाजिक सुरक्षा कवरेज के क्षेत्र में दुनिया भर के अग्रणी देशों में शामिल हो गया है।