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S.L Bhairappa passes away: 94 वर्ष की उम्र में खोया कन्नड़ साहित्य का महानायक, पीएम मोदी ने जताया शोक

S.L Bhairappa passes away: प्रसिद्ध कन्नड़ उपन्यासकार और दार्शनिक एसएल भैरप्पा का 94 साल की उम्र में निधन। पीएम मोदी ने उनके योगदान पर शोक व्यक्त किया।

S.L Bhairappa passes away: प्रसिद्ध कन्नड़ उपन्यासकार और दार्शनिक एसएल भैरप्पा का 94 साल की उम्र में निधन। पीएम मोदी ने उनके योगदान पर शोक व्यक्त किया।

S.L Bhairappa का निधन

प्रसिद्ध कन्नड़ उपन्यासकार और दार्शनिक S.L. Bhairappa का बुधवार को 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका निधन एक निजी अस्पताल में कर्डियक अरेस्ट के कारण हुआ। राष्ट्रोत्थान अस्पताल ने बताया कि दोपहर 2.38 बजे उनका हृदयगति रुकने से निधन हो गया।

कन्नड़ लेखक SL भैरप्पा का 94 की उम्र में निधन, जानें उनकी प्रसिद्ध किताबों के बारे में | Kannada Lekhak SL Bhyrappa ka 94 ki umr me nidhan, jaane unki prasidh kitabon

साहित्यिक योगदान

S.L Bhairappaअपने उपन्यासों के लिए जाने जाते थे, जिनमें प्रमुख हैं:

  • वंशवृक्ष

  • दातु

  • पर्व

  • मंदरा

उनकी अधिकांश रचनाओं का अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। वे पद्मश्री, पद्मभूषण और सरस्वती सम्मान जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित रहे हैं।

पीएम मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने S.L Bhairappa के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा:

“एसएल भैरप्पा जी के निधन से हमने एक प्रखर व्यक्तित्व को खो दिया। उनकी विचारोत्तेजक रचनाओं ने कन्नड़ साहित्य को समृद्ध किया और हमारी अंतरात्मा को झकझोर दिया। उनके लेखन ने पीढ़ियों को चिंतन, प्रश्न करने और समाज से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ॐ शांति।”

पुरस्कार और सम्मान

S.L Bhairappa को निम्नलिखित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया:

  • पद्म भूषण

  • पद्मश्री

  • सरस्वती सम्मान

  • साहित्य अकादमी पुरस्कार

उनकी रचनाएँ और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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