World Diabetes Day: कैलाश दीपक अस्पताल में मधुमेह जागरूकता, रोकथाम और समग्र स्वास्थ्य पर वैश्विक फोकस

World Diabetes Day: कैलाश दीपक अस्पताल में मधुमेह जागरूकता, रोकथाम और समग्र स्वास्थ्य पर वैश्विक फोकस
रिपोर्ट: रवि डालमिया
विश्व मधुमेह दिवस हर साल 14 नवंबर को दुनिया भर में मधुमेह, इसकी रोकथाम, प्रबंधन और इसके प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह वैश्विक स्वास्थ्य अभियान समाज को मधुमेह के जोखिम कारकों के बारे में शिक्षित करने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने और समय पर जांच को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। वर्ष 2025 का वैश्विक विषय ‘मधुमेह और कल्याण’ है, जो कार्यस्थल स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन, जीवनशैली प्रबंधन और सभी आयु समूहों में एकीकृत देखभाल की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाता है।
मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जो शरीर में भोजन से बनने वाले ग्लूकोज को उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित करती है। यह बीमारी दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है और इसके प्रति जागरूकता बेहद आवश्यक है। इस दिवस का लक्ष्य लोगों को यह समझाना है कि मधुमेह को सही प्रयासों से प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है और इससे पीड़ित लोग भी स्वस्थ व संतुलित जीवन जी सकते हैं।
कैलाश दीपक अस्पताल के Consultant Endocrinology डॉ. आशीष सैनी बताते हैं कि मधुमेह कोई सजा नहीं, बल्कि एक ऐसी स्थिति है, जिसे संतुलित आहार, नियमित जांच, सही उपचार और जीवनशैली में सुधार से पूरी तरह नियंत्रण में रखा जा सकता है। वे कहते हैं कि हर व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में कुछ सरल आदतें शामिल करनी चाहिए, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को मजबूत बनाती हैं। रोजाना 30–45 मिनट की वॉक, साइकिलिंग, योग और अन्य शारीरिक गतिविधियां इंसुलिन संवेदनशीलता और मनोदशा को बेहतर बनाती हैं।
डॉ. सैनी सलाह देते हैं कि भोजन में साबुत अनाज, मिलेट्स, फल और हरी सब्जियों को शामिल करें, साथ ही रिफाइंड आटा, मीठे स्नैक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन कम करें। तनाव और नींद का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि दोनों का असर सीधे ब्लड शुगर पर पड़ता है। 7 से 8 घंटे की नींद, नियमित ब्लड शुगर, बीपी और वजन मॉनिटरिंग तथा आंख, किडनी और पैरों की वार्षिक जांच बेहद महत्वपूर्ण हैं।
डायबिटीज का इलाज अब पहले की तुलना में काफी आसान और प्रभावी हो चुका है। कैलाश दीपक अस्पताल के केंद्र में हर मरीज को उसकी स्थिति और आवश्यकताओं के अनुसार व्यक्तिगत उपचार, निरंतर मॉनिटरिंग और मोटिवेशन प्रदान किया जाता है। अस्पताल का उद्देश्य सिर्फ शुगर लेवल को नियंत्रित करना नहीं, बल्कि व्यक्ति के पूरे जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है ताकि मरीज अपनी दिनचर्या, परिवार और सपनों के साथ पूरी ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ जीवन जी सके।
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