Western UP High Court Bench: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग तेज, डीडीआरडब्ल्यूए ने सीजेआई को लिखा पत्र

Western UP High Court Bench: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग तेज, डीडीआरडब्ल्यूए ने सीजेआई को लिखा पत्र
नोएडा: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक स्थायी बेंच स्थापित किए जाने की मांग को लेकर डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन (डीडीआरडब्ल्यूए) ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है। संस्था का कहना है कि हाईकोर्ट की बेंच पश्चिमी यूपी में स्थापित होने से लाखों लोगों को सुलभ, सस्ता और त्वरित न्याय मिल सकेगा।
डीडीआरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एनपी सिंह ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासियों को अपने मामलों की सुनवाई के लिए इलाहाबाद जाना पड़ता है, जो न केवल दूरी के लिहाज से कठिन है बल्कि आर्थिक रूप से भी आम नागरिक पर भारी पड़ता है। यात्रा, ठहराव और वकीलों पर होने वाला खर्च लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। उन्होंने कहा कि एक स्थानीय हाईकोर्ट बेंच स्थापित होने से यह बोझ काफी हद तक कम हो जाएगा।
संस्था का मानना है कि पश्चिमी यूपी देश के सबसे अधिक आबादी वाले और औद्योगिक रूप से विकसित क्षेत्रों में से एक है। इसके बावजूद यहां हाईकोर्ट की कोई बेंच न होना क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है। नई बेंच बनने से न केवल लोगों का समय और धन बचेगा, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया भी तेज होगी, जिससे लंबित मामलों के निस्तारण में मदद मिलेगी।
डीडीआरडब्ल्यूए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट की बेंच स्थापित होने से न्याय तक आसान पहुंच सुनिश्चित होगी। इससे आम नागरिक, वकील और वादकारी सभी को लाभ मिलेगा। साथ ही न्यायिक ढांचे के विस्तार से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
संस्था ने उम्मीद जताई है कि सर्वोच्च न्यायालय इस मांग पर गंभीरता से विचार करेगा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को जल्द न्याय दिलाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगा।





