उत्तर प्रदेश, नोएडा: यमुना का जलस्तर घटते ही फार्म हाउसों में लौटे लोग
उत्तर प्रदेश, नोएडा: यमुना का जलस्तर घटते ही फार्म हाउसों में लौटे लोग

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। यमुना नदी का जलस्तर बीते 48 घंटे में 0.80 मीटर घट गया है। जलस्तर गिरने से खेतों और अवैध फार्म हाउस से भी पानी निकल गया है। जिससे पुश्ता पर डेरा डाले लोग लौट गए हैं। प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। अभी जलस्तर बढ़ने की भी कोई सूचना नहीं है। हालांकि प्रशासन ने सभी टीमों को अलर्ट रहने को कहा है।
बारिश के मौसम में यमुना नदी का जलस्तर 195 मीटर के आसपास चल रहा था। पहाड़ों पर लगातार बारिश होने से हथिनीकुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए। जिससे दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। जिस कारण ओखला बैराज के भी गेट खोल दिए गए। जिससे गौतमबुद्ध नगर में नदी का जलस्तर बढ़ गया। 19 अगस्त की सुबह 8 बजे यमुना का जल स्तर 198.75 मीटर पहुंच गया था। जबकि खतरे का निशान 200.60 मीटर है। जलस्तर बढ़ने से डूब क्षेत्र में पानी भर गया और रात के समय पुश्ता के आसपास के इलाको में 5 फीट तक पानी भर गया। जलस्तर बढ़ने पर नोएडा से लेकर जेवर तक किसानों की हजारों बीघे में खड़ी फसल डूब गई। साथ ही अवैध फार्म हाउसों में भी पानी भर गया। मजबूरी में वहां रहने वाले लोगों को सामान लेकर बाहर आना पड़ा। सभी लोग पुश्ता पर टेंट लगाकर रह रहे थे। प्रशासन ने उनको खाना व पानी उपलब्ध कराया। बृहस्पतिवार सुबह जल स्तर 197.95 मीटर पहुंच गया। पुश्ता और खेतों से पानी निकल गया।
वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अभी टीमों को अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन जल स्तर बढ़ने की सूचना नहीं है। वहीं पानी उतरने के बाद पुश्ता पर जमे लोग भी वापस लौट गए हैं।
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