उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में 14 निवेशकों से 2.10 करोड़ की ठगी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: -आवासीय परियोजना को बताया सरकार से पास, फर्जी दस्तावेज से कराई सेल डीड

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा।ठगों ने श्रीराम एंकलेव परियोजना में 14 निवेशकों को आवासीय भूखंड बेचने का झांसा देकर 2.10 करोड़ रुपए ठग लिए। सीएम व पुलिस महानिदेशक से न्याय की गुहार लगाने के बाद ईकोटेक-3 कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
पीड़ितों का आरोप है कि श्यामा चरण मिश्रा और सरिता मिश्रा ने अपने 12 अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मेसर्स एमएए बैलून एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई। आरोपियों ने खुद को सुनपुरा के श्री राम एंकलेव परियोजना के मालिक के रूप में पेश किया।
बताया सरकार से अनुमोदित योजना
पीड़ितों को बताया गया कि यह एक पूरी तरह से विकसित और सरकार द्वारा अनुमोदित आवासीय परियोजना है। पीड़ितों को लुभाने के लिए झूठे और मनगढ़ंत दस्तावेज तैयार किए, जिसमें भूमि जाली दस्तावेज शामिल थे। विश्वास दिलाया कि कृषि भूमि को आवासीय भूखंडों में बदल दिया गया है। उन्हें परियोजना में प्लॉट खरीदने के लिए प्रेरित किया।
फर्जी दस्तावेज से कराई ट्रांसफर डीड
जालसाजी से तैयार किए गए दस्तावेजों के आधार पर भूखंडों के लिए ट्रांसफर डीड और सेल डीड भी कराई गई। गिरोह ने धोखे से कृषि भूमि को आवासीय भूखंड के रूप में बेचा। जब पीड़ितों ने मौके पर जाकर देखा तो उन्हें पता चला कि वह भूखंड न तो आवासीय थे और न ही उनके द्वारा दिखाई गई जगह पर मौजूद थे। जब कुछ शिकायतकर्ता मौके पर गए तो कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें धमकी दी। गिरोह ने अन्य निर्दोष लोगों से भी 5 करोड़ रुपए से अधिक की राशि इसी परियोजना के नाम पर ठगी है।
पैसा देने से किया इनकार
पीड़ितों का आरोप है कि 1 जुलाई 2024 को गिरोह ने पैसे वापस करने से इनकार कर दिया। 17 अगस्त 2024 को ठगी का पता चलने के बाद पुलिस को शिकायत दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि श्यामा चरण मिश्रा, सरिता मिश्रा, विजय यादव, मुकेश मिश्रा, कपिल त्यागी, अमन कुशवाहा, प्रमोद यादव, ललित, ऋषिपाल सिंह, कमलेश मिश्रा, ऋतुराज, शाश्वत, शंभू गुप्ता उर्फ साहिल गुप्ता और सुनील सिंह धोखाधड़ी में शामिल हैं। पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज जांच शुरू की।
ये है पीड़ित
प्रेमचंद सिंह, अजय कुमार यादव, अभिकांत कुमार, अंबेडकर कुमार, अर्पित अरोरा, सनी शुक्ला, आशीष शुक्ला, अंकित शुक्ला, दीपक वर्मा, मृत्युंजय कुमार, प्रभा शंकर पटेल, सुलेखा देवी, अमृता कुमारी, रणजीत कुमार, संतोष कुमार सिंह देव और तनुजा देवी ने यहां जमीन लेने के लिए पैसा दिया था।