उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल के अंदर एयरफोर्स ने मांगी जमीन, दिल्ली हवाईअड्डे को लगेगा झटका
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल के अंदर एयरफोर्स ने मांगी जमीन, दिल्ली हवाईअड्डे को लगेगा झटका
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परिसर के भीतर एयरफोर्स अपना दफ्तर बनाएगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण से 300 वर्ग मीटर की जमीन मांगी गई है। बताया जा रहा है कि बहुत जल्द एयरफोर्स के बड़े अधिकारी यमुना प्राधिकरण के दफ्तर में पहुंचेंगे। अगले साल के पहले हफ्ते में इंडियन एयरफोर्स को प्राधिकरण जमीन दे देगा। इसको लेकर तैयारी चल रही है।
एयरफोर्स के बड़े अधिकारियों ने यमुना प्राधिकरण से जमीन मांगते हुए बड़ी बात बोली है। अधिकारियों ने कहा कि अभी दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सामान आयात-निर्यात होता है। वहां पर ज्यादा लोड है। उसी को कम करने के लिए जेवर एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल बिल्डिंग में नए दफ्तर बनाया जाएगा। अपना दफ्तर बनाने के लिए ही एयरफोर्स ने 300 वर्ग मीटर जमीन यमुना प्राधिकरण से मांगी है। इससे सुरक्षा व्यवस्था भी ज्यादा बेहतर होगी। आपको बता दें कि कि दिन-रात नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। करीब 8,000 से ज्यादा लोग देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे को बनाने का काम कर रहे हैं। घोषणा की जा चुकी है कि अप्रैल 2025 से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। इसके लिए टेस्टिंग भी हो गई।
ऐसा देश का एकलौता हवाईअड्डा
जेवर की भूमि पर दिन-रात नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम चल रहा है। बीते 27 जून 2024 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहला विमान लैंड हुआ और फिर कुछ मिनट बाद टेकऑफ हो गया। इस दौरान किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। आपको जानकर हैरानी होगी कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का इकलौता और सबसे पहला ऐसा हवाई अड्डा है, जो बेहद कम समय में पूरा हो गया। यह योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट था। अब अप्रैल 2025 में सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाएगा और यात्रियों के लिए सौंप दिया जाएगा।
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