उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे चरण में विस्थापित होने वाले 13 गांव के स्कूल होंगे शिफ्ट
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे चरण में विस्थापित होने वाले 13 गांव के स्कूल होंगे शिफ्ट

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे चरण में विस्थापित होने वाले 13 गांव के स्कूलों को दूसरी जगह पर शिफ्ट करने की योजना तैयार की जा रही है। एयरपोर्ट के आसपास आने वाले गांव में संचालित होने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। तीसरे चरण के लिए 14 गांव को चुना गया है, जिसमें से बंकापुर गांव में आबादी नहीं जा रही है। इस कारण गांव में संचालित स्कूल यही चलता रहेगा। वहीं, अन्य 13 गांव के स्कूलों को विस्थापित होने वाली जगह पर संचालित किया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले भी एयरपोर्ट में जमीन जाने के कारण कई गांव विस्थापित हो गए थे। उन गांवों में संचालित स्कूलों को दूसरी जगह पर चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरएडंआर में तीन स्कूल चल रहे हैं। अब तीसरे चरण में थोरा, नीमका, ख्वाजपुर , रामनेर , किशोरपुर, बनवारीवास , पारोही, मुकीमपुर शिवारा , जेवर बांगर, साबौता, चौरोली , दयानतपुर , रोही आदि गांव के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए नए स्कूल की व्यवस्था की जाएगी, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित न हो सके।
17,945 परिवार होंगे प्रभावित
आंकड़ों के अनुसार 14 गांव में के कुल 17,945 परिवार प्रभावित होंगे। प्रत्येक परिवार में चार से पांच सदस्य का औसत है। मसौदे में बताया गया कि 27,357 जनसंख्या प्रभावित होगी, जिनमें 51 प्रतिशत पुरुष व 49 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। इन गांव के लोगों के लिए टाउनशिप विकसित की जाएगी। टाउनशिप में ही स्कूलों को निर्माण कराया जाएगा। जहां छात्रों को सभी हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी।
एयरपोर्ट आने से कई स्कूलों की बदली सूरत
नोएडा एयरपोर्ट आने के बाद जेवर के कई स्कूलों की सूरत बदल गई है। पहले कोई भी सीएसआर के तहत जेवर के स्कूलों में काम नहीं कराना चाहता था। एयरपोर्ट के कारण अब सीएसआर के तहत कंपनियों की पहली पसंद जेवर बन गया है। जनपद में पीएम श्री स्कूल में सबसे अधिक जेवर ब्लाक के चार स्कूलों का चयन हुआ है। यीडा शहर बसने पर छात्रों को पढ़ाई के लिए अच्छी सुविधाएं और शिक्षा मिल सकेगी।
जेवर में रह जाएंगे 80 स्कूल
जेवर ब्लॉक में लगातार स्कूलों की संख्या कम होती जा रही है। पहले जेवर में 113 स्कूल संचालित होते थे, जिसमें से करीब 20 स्कूलों को विलय कम छात्र संख्या के कारण हो गया। वहीं, तीसरे चरण के विस्थापन में भी करीब 13 स्कूल चले जाएंगे। इसके बाद ब्लॉक में स्कूलों की संख्या करीब 80 ही रह जाएगी।
तीसरे चरण के विस्थापन की प्रकिया चल रही है, जिसमें से कुछ स्कूलों को भी विस्थापित किया जाना है। विस्थापित स्कूलों को टाउनशिप में विकसित किया जाएगा। छात्रों को सभी हाईटेक सुविधाएं दिलाई जाएगी। – राहुल पंवार,बेसिक शिक्षा अधिकारी