उत्तर प्रदेश ,नोएडा: नोएडा एक्सप्रेस वे पर अंडरपास बनाने के लिए कंपनी चयनित
उत्तर प्रदेश ,नोएडा: -181 करोड़ का है बजट, सीएम ने किया था शिलान्यास

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश ,नोएडा।नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस वे पर प्राधिकरण दो नए अंडरपास झट्टा (16.900 किमी चैनेज पर) व सुल्तानपुर गांव (6.10 किमी चैनेज पर) के सामने बनाया जाएगा। इन दोनों अंडरपास के निर्माण के लिए पांच-पांच कंपनियां आई थी। दोनों अंडरपास के लिए एक कंपनी का चयन किया गया है। इस कंपनी का नाम छात्र-शक्ति है।
इसी कंपनी ने नोएडा ग्रेटरनोएडा एक्सप्रेस वे की सरफेसिंग भी की भी। प्राधिकरण ने बताया कि बारिश के बाद यहां खोदाई का काम शुरू कर दिया जाएगा। बाकी पेड़ और साफ-सफाई का काम कार्य अवॉर्ड होने के साथ होगा। करीब डेढ़ साल में अंडरपास का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। इससे करीब 20 गांव और 38 सेक्टर के लोगों को फायदा होगा। उनकी सीधी कनेक्टिवटी एक्सप्रेस वे से हो जाएगी। इन दोनों अंडरपास का निर्माण डायाफार्म तकनीक पर किया जाएगा।
181 करोड़ में बनाए जाएंगे दोनों अंडरपास
पहला अंडरपास एक्सप्रेस-वे पर 16.900 किमी चैनेज पर सेक्टर-145, 146 155 और 159 के बीच बनाया जाएगा। इसकी लंबाई 800 मीटर होगी। इसे निर्माण में करीब 99.74 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे नवविकसित / विकासाधीन औद्योगिक सेक्टर-151, 153, 154, 155, 156, 157, 158, 159, 162 और 9 गांव को लाभ मिलेगा। दूसरा अंडरपास सुल्तानपुर के पास एक्सप्रेस-वे पर 6.10 किमी चैनेज पर सेक्टर-128, 129, 132 और 108 के बीच बनेगा। इसकी लंबाई 731 मीटर की होगी। इसके निर्माण में कुल 81.61 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस अंडरपास से सेक्टर-104, 105, 106, 107, 108, 110, 80, 81, 82, 83, 127, 128, 129, 130, 131, 132, 133, 134, 135, फेस-2, एनएसईजेड एवं 11 गांव को लाभ मिलेगा।
दोनों अंडरपास डायाफ्राम तकनीक से किया जाएगा निर्माण
इस बार बनाए जाने वाले अंडरपास में तकनीक का बदलाव किया गया है। 2020 के बाद एक्सप्रेस वे पर कोंडली, एड्वेंट और सेक्टर-96 अंडरपास बॉक्स पुशिंग तकनीक पर बनवाए गए थे। इसमें लगातार एक्सप्रेस वे की सड़क धंसने की समस्याएं सामने आई थीं। इसलिए अबकी बार अंडरपास निर्माण के लिए प्राधिकरण डायाफ्राम तकनीक का चयन किया है। इसमें बगैर खुदाई के डायाफ्राम वॉल कास्ट की जाएगी। इसके बाद दो तरफ जमीन के अंदर यह दीवार बनाकर उसके ऊपर अंडर पास की छत ढाल दी जाएगी। नीचे दोनों दीवारों व छत के बीच की मिट्टी खुदाई कर निकाली जाएगी। इसके बाद नीचे की सड़क का काम शुरू होगा। इसी तरह से दोनों लेन का काम प्राधिकरण करवाएगी। इसके कारण कुछ दिनों तक ट्रैफिक का संचालन प्रभावित रहेगा।