सुविधाएं न देने पर सोसायटी के लोगों ने महागुन बिल्डर के खिलाफ किया प्रदर्शन
सुविधाएं न देने पर सोसायटी के लोगों ने महागुन बिल्डर के खिलाफ किया प्रदर्शन
अमर सैनी
नोएडा। सेक्टर-78 स्थित महागुन मजारिया सोसायटी के लोगों ने रविवार को रजिस्ट्री न होने और सुविधाएं न मिलने पर प्रदर्शन किया। सोसायटी परिसर में ही बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की।
इस सोसायटी में 718 फ्लैट हैं। इनमें से करीब 500 फ्लैट में लोग रह रहे हैं। फ्लैट खरीदारों ने बताया कि 500 में से 359 फ्लैट की अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसके अलावा बिल्डर दो टावर का ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट भी प्राधिकरण से अभी तक नहीं ले पाया है। करीब 300 फ्लैट की ही रजिस्ट्री हुई है। बाकी 200 खरीदार कई सालों से रजिस्ट्री के लिए चक्कर लगा रहे हैं। बिल्डर ने स्टांप ड्यूटी का पैसा भी ले लिया है। वहां रहने वाले लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई फ्लैट में सीपेज हो गया है। इसकी मरम्मत नहीं हो रही है। ज्यादातर समय लिफ्ट खराब रहती है। हर टावर में सिर्फ एक लिफ्ट काम कर रही है। एक-दो बार हादसे भी हो चुके हैं, इसके बावजूद बिल्डर इसे ठीक कराने पर ध्यान नहीं दे रहा है। बिल्डर ने सिर्फ 300 फ्लैटों के लिए पानी का कनेक्शन लिया है। बाकी के लिए वह ग्राउंड वाटर का इस्तेमाल कर रहा है। इस वजह से टीडीएस लेवल काफी ज्यादा रहता है। बेसमेंट में भी जगह-जगह गंदगी फैली रहती है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि बिल्डर मेंटेनेंस का पूरा हिसाब नहीं दे रहा है। प्रदर्शनकारियों में शामिल सोसायटी में रहने वाले पवन सिंघल ने बताया कि बिल्डर ने महागुन मेजारिया प्रोजेक्ट 2012 में लॉन्च किया था। 2016 में पजेशन देने का वादा किया गया था, लेकिन पजेशन 2019 से मिलना शुरू हुआ। बिल्डर अधूरे फ्लैट दे रहा है। सिक्योरिटी गार्ड भी पर्याप्त संख्या में मौजूद नहीं हैं। प्रदर्शनकारियों में नीरज त्यागी, अरुण मेहरा, नरेंद्र कुमार, प्रदीप गोयल, जितेश गुप्ता, संतोष मिश्रा, सुनील जैन, भगवान सिंह आदि मौजूद रहे।