उत्तर प्रदेश, नोएडा: ग्रेनो व ग्रेनो वेस्ट में बन रहे 4 यूजीआर, पानी की किल्लत होगी दूर
उत्तर प्रदेश, नोएडा: ग्रेनो व ग्रेनो वेस्ट में बन रहे 4 यूजीआर, पानी की किल्लत होगी दूर

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में जलापूर्ति को बेहतर बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 4 भूमिगत जलाशयों का निर्माण करा रहा है। ये जलाशय टेकजोन फोर, सेक्टर दो, सेक्टर तीन और ईटा टू में बन रहे हैं। इन जलाशयों के बनने से सेक्टरों व सोसाइटियों में भूजल और गंगाजल मिश्रित पानी की भरपूर आपूर्ति हो सकेगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने जल विभाग को जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण के जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से तीन नए जलाशयों का निर्माण कराया जा रहा है। ये जलाशय इस साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे। ये जलाशय टेकजोन- फोर, सेक्टर दो व तीन में बन रहे हैं। सेक्टर टेकजोन – 4 के जलाशय की क्षमता 10 हजार केएलडी है। सेक्टर-2 में 6 हजार केएलडी और सेक्टर-3 में 3 हजार केएलडी क्षमता के यूजीआर बनाए जा रहे हैं। इनके बन जाने के बाद गंगाजल और भूजल मिश्रित पानी की आपूर्ति हो सकेगी। टेकजोन फोर के यूजीआर से आसपास की 19 सोसाइटियों और संस्थानों में जलापूर्ति हो सकेगी, जिनमें हिमालया प्राइड, चेरी काउंटी, फ्यूजन होम्स, ग्रीन आर्क, जेएम फ्लोरेंस, स्प्रिंग मीडोज, समृद्धि, मेफेयर, ला रेजिडेंशिया, हवेलिया, एनएक्स वन, गौर सौंदर्यम, निराला एस्टेट, ऐस एस्पायर, लेजर पार्क, रॉयल नेस्ट, गैलेक्सी वेगा, पंचतत्व और आम्रपाली लेजर पार्क आदि शामिल हैं। इसी तरह सेक्टर 2 के यूजीआर से सेक्टर-2 के ही ब्लॉक ए, बी, सी, डी, ई और एफ तथा इरोज संपूर्णनम और निराला आदि सोसाइटियों को पानी आपूर्ति होगी। वहीं सेक्टर-3 के यूजीआर से जनता फ्लैट और सेक्टर-3 के ए, बी, सी और डी ब्लॉक में जलापूर्ति की जाएगी। इसके अतिरिक्त एक अन्य यूजीआर सेक्टर ईटा टू में 1500 केएलडी क्षमता का बनाया जा रहा है। इस साल के अंत तक यह यूजीआर भी बन जाएगा, जिससे आसपास के रिहायशी एरिया जलापूर्ति और बेहतर हो सकेगी।
“जल विभाग को यूजीआर के निर्माण का कार्य तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सेक्टरों व सोसाइटियों में वाटर सप्लाई को और बेहतर बनाया जा सके।”
प्रेरणा सिंह, एसीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण