उत्तर प्रदेश, नोएडा: दो अप्रैल कर मूल्यांकन करना चुनौती बना
उत्तर प्रदेश, नोएडा: दो अप्रैल कर मूल्यांकन करना चुनौती बना

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य जारी है। शिक्षा विभाग की ओर से दो अप्रैल तक मुल्यांकन पूरा करने के आदेश जारी किए गए है। लेकिन जिले में मुल्यांकन की रफ्तार काफी धूमी चल रही है। दरअसल बोर्ड उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए लगाए गए परीक्षक बड़ी संख्या में अनुपस्थित हो रहे है। जिसके चलते विभाग के लिए दो अप्रैल तक मूल्यांकन पूरा करना चुनौती बनता जा रहा है। इससे कारण उपस्थित शिक्षकों पर विभाग की ओर से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं का भार दिया जा रहा है। बता दे कि, जिले में सेक्टर – 12 राजकीय इंटर कॉलेज मे इंटर और बादलपुर कुमारी मायावती राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा रही है। इसमें हाइस्कूल में बोर्ड की ओर से करीब 513 और इंटर में करीब 283 गुरुजी की ड्यूटी लगाई गई है। एक हफ्ते से अधिक का समय मूल्यांकन शुरू हुए जो गया है। लेकिन केंद्रों पर प्रतिदिन 65 प्रतिशत से ज्यादा परीक्षक अनुपस्थित होते है। बोर्ड की ओर से इन परीक्षकों की तैनाती केंद्रों पर की गई है। उसके बाद भी यह नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
– एक लाख से ज्यादा कॉपियों का मूल्यांकन
दो अप्रैल तक मूल्यांकन जनपद में खत्म होना है। इसमें हाइस्कूल की 62949 और इंटर की 74540 उत्तर पुस्तिकाओं का दो केंद्रों पर मूल्यांकन होना है। इसमें 796 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें निजी और सरकारी विद्यालयों के शिक्षक शामिल है, लेकिन लगभग 300 से अधिक शिक्षक प्रतिदिन अनुपस्थित रहते है। इसमें निजी विद्यालय के परीक्षको की ओर से लापरवाही की जा रही है। जिसकी सूचना बोर्ड को दे दी गई है।
– 80 प्रतिशत तक हुआ मूल्यांकन
जिले में दोनो केंद्र पर एक लाख 37 हजार 489 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है। इसमें अभी तक एक लाख पांच हजार 405 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो गया है। ऐसे में हाइस्कूल में अब करीब 15796 और इंटर में 16288 उत्तर पुस्तिकाओं का ही मूल्यांकन होना रह गया है।
समय पर मूल्यांकन पूरा कर लिया जाएगा। अनुपस्थित परीक्षकों की जानकारी बोर्ड को दी गई है। उनके खिलाफ लिखित में नोटिस भी जारी किया जाएगा। लगभग 80 प्रतिशत तक उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर ली गई है।
– डॉक्टर धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक