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उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: शेयर ट्रेडिंग और घर बैठे कमाई के नाम पर 23 लाख ठगे

उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: शेयर ट्रेडिंग और घर बैठे कमाई के नाम पर 23 लाख ठगे

अमर सैनी

उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे और घर बैठे कमाई का झांसा देकर दो लोगों से 23 लाख रुपये ठग लिए। जालसाजों ने शुरूआत में ऑनलाइन मुनाफा दर्शाकर पीड़ितों को जाल में फंसाया और फिर मोटी रकम ट्रांसफर करा ली। पीड़ितों ने अपने पैसे वापस मांगे तो जालसाजों ने नियम व शर्तें बताते हुए और रकम ट्रांसफर करने की मांग की। ठगी का पता लगने पर पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस का कहना है कि बैंक खातों और मोबाइल नंबर के आधार पर जालसाजों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
वैशाली सेक्टर-तीन में रहने वाले गिरीश मालवीय का कहना है कि उन्होंने इंस्टाग्राम के एक लिंक के द्वारा आदित्य बिरला डिस्कशन क्लब नाम का व्हॉट्सऐप ग्रुप ज्वाइन किया था। ग्रुप में शेयर मार्केट के संबंध में जानकारी दी गई। ग्रुप के एडमिन अयाना जोसेफ और सेथुरत्नम थे। अयाना जोसेफ ने उनसे कहा कि वह अधिक जानकारी के लिए उनके व्हॉट्सऐप नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। कुछ दिन बाद उसने अपना एक और नंबर साझा किया। उसने बताया कि वह उनका दूसरा ग्रुप ज्वाइन करके पैसा निवेश कर सकते हैं। इससे उन्हें ओटीसी ट्रेडिंग और आईपीओ में मुनाफा होगा। गिरीश मालवीय के मुताबिक इसके बाद एक लिंक के जरिये उनसे एक ऐप डाउनलोड कराई गई। ऐप के माध्यम से उन्होंने पैसा निवेश करना शुरू कर दिया। उन्होंने संस्थागत स्टॉक तथा ओटीसी ड्रेडिंग के जरिये पैसा निवेश किया तो मुनाफे के साथ 18 हजार 600 रुपये प्राप्त हुए। यह रकम उन्होंने खाते से निकाल ली। इसके बाद जालसाजों ने ऑनलाइन मुनाफा दर्शाकर उनसे कुल 14.84 लाख रुपये ठग लिए। रकम वापस मांगने पर जालसाजों ने इनकार कर दिया। उन्होंने आदित्य बिरला कंपनी को मेल भेजकर शिकायत की तो कंपनी ने अपना कोई व्हॉट्सऐप ग्रुप होने से इनकार कर दिया। उन्होंने अयाना जोसेफ से संपर्क किया तो उसने ग्रुप बंद कर दिया था और ऐप भी निष्क्रिय हो चुकी थी। ठगी का पता लगने पर गिरीश मालवीय ने साइबर थाने में शिकायत दी। तुराब नगर निवासी प्रिया गुप्ता का कहना है कि उन्हें व्हॉट्सऐप पर एक मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें घर बैठे कमाई का जिक्र था। प्रतिक्रिया देने पर आरोपियों ने उनसे कहा कि पार्ट टाइम जॉब के रूप में उन्हें यू-ट्यूब वीडियो लाइक करने होंगे। इसके बदले में उन्हें कमीशन मिलेगा। प्रिया गुप्ता के मुताबिक इसके बाद उन्हें एक लिंक के जरिये टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में जुड़ते ही उनकी यूपीआई आईडी के द्वारा उन्हें 150 रुपये भेजे गए। टेलीग्राम ग्रुप के जरिये उनकी मुलाकात त्रिशा से हुई। वह उन्हें अलग-अलग टास्क भेजती थी और प्रत्येक टास्क पूरा करने पर उन्हें 50 रुपये मिलते थे। प्रिया गुप्ता का कहना है कि इसके बाद आरोपियों ने मोटा पैसा कमाने के लिए प्रीपेड टास्क पूरे करने के लिए कहा। प्रीपेड टास्क प्राप्त करने के लिए उनका एक वेबसाइट पर खाता खोला गया। पहली बार में उन्होंने दो हजार रुपये निवेश किए, जिसके बदले में उन्हें 28 सौ रुपये प्राप्त हुए। इसके बाद उन्हें एक उच्च कार्य के समूह में जोड़ागया, जहां वह 30 हजार रुपये तक के प्रीपेड टास्क पूरे कर सकती थीं। पीड़िता का कहना है कि शुरूआत में मुनाफा देकर जालसाजों ने उनसे कुल8.32 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। उन्होंने अपनी रकम वापस लेने का प्रयास किया तो जालसाज तमाम नियम व शर्तें बताते हुए उन पर और रकम ट्रांसफर करने का दबाव बनाने लगे। ठगी का पता लगने पर पीड़िता ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि दोनों पीड़ितों की शिकायत पर केस दर्ज कर जालसाजों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।

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