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Immigration Visa Bulletin: भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए बड़ा झटका! वीजा आवेदन में और होगी देरी, जानें वजह

अमेरिकी वीजा बुलेटिन अप्रैल 2025 के अनुसार, भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए EB-5 वीजा की फाइनल एक्शन डेट्स दो साल पीछे चली गई। जानिए पूरी जानकारी।

Immigration Visa Bulletin: अमेरिकी वीजा बुलेटिन अप्रैल 2025 के अनुसार, भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए EB-5 वीजा की फाइनल एक्शन डेट्स दो साल पीछे चली गई। जानिए पूरी जानकारी।

Immigration Visa Bulletin: भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए झटका, अब और लंबा होगा इंतजार

अमेरिका में ग्रीन कार्ड पाने का सपना देख रहे भारतीय आवेदकों के लिए बुरी खबर है। अमेरिकी सरकार द्वारा अप्रैल 2025 के लिए जारी किए गए Immigration Visa Bulletin के अनुसार, EB-5 अनरिजर्व्ड वीजा कैटेगरी में भारतीय आवेदकों के लिए फाइनल एक्शन डेट (Final Action Date) दो साल पीछे चली गई है। इससे भारतीयों को ग्रीन कार्ड के लिए और अधिक इंतजार करना पड़ सकता है।

बता दें कि सोमवार को अमेरिकी सरकार द्वारा यूएस वीजा बुलेटिन अप्रैल 2025 (US Visa Bulletin April 2025) जारी किया गया। इस बुलेटिन के अनुसार, चीन और भारत से आने वाले आवेदनों की बढ़ती संख्या के कारण EB-5 अनरिजर्व्ड वीजा के लिए प्राथमिकता तिथियों को दो साल पीछे कर दिया गया है। अब भारतीय आवेदकों के लिए फाइनल एक्शन डेट 01 नवंबर 2019 निर्धारित कर दी गई है।

Immigration Visa Bulletin:  क्या होता है Final Action Date?

Final Action Date (FAD) का मतलब होता है कि अमेरिकी सरकार अब ग्रीन कार्ड के लिए किस प्राथमिकता तारीख तक के आवेदन को प्रोसेस करेगी।

  • अगर आपकी प्राथमिकता तारीख (Priority Date) फाइनल एक्शन डेट के पहले की है, तो आपका ग्रीन कार्ड प्रोसेस किया जाएगा।
  • लेकिन अगर प्राथमिकता तारीख पीछे कर दी जाती है, तो आपका आवेदन होल्ड हो जाएगा और आपको लंबा इंतजार करना होगा।

Immigration Visa Bulletin:  EB-5 वीजा कैटेगरी क्या है?

EB-5 वीजा एक निवेश आधारित अप्रवासी वीजा होता है, जिसे अमेरिका में स्थायी निवास (Permanent Residency) के लिए जारी किया जाता है।

  • इसमें आवेदक को अमेरिका में 5 लाख से 10 लाख डॉलर (करीब 4-8 करोड़ रुपये) तक का निवेश करना होता है।
  • इससे उन्हें और उनके परिवार को ग्रीन कार्ड (Green Card) प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
  • लेकिन अब EB-5 अनरिजर्व्ड वीजा कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट पीछे कर दी गई है, जिससे भारतीयों को और लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

Immigration Visa Bulletin:  क्यों हुआ Visa Retrogression?

Visa Retrogression का मतलब होता है कि ग्रीन कार्ड के लिए प्राथमिकता तारीख को पीछे करना।

1. अत्यधिक आवेदन संख्या

  • चीन और भारत से ग्रीन कार्ड के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं।
  • अमेरिकी सरकार ने तय सीमा से अधिक आवेदन देखे, जिससे वीजा प्रोसेसिंग पर दबाव बढ़ गया।
  • नतीजतन, फाइनल एक्शन डेट को दो साल पीछे कर दिया गया।

2. वीजा कोटा सीमा

  • अमेरिकी सरकार हर साल प्रत्येक देश के लिए निश्चित संख्या में ग्रीन कार्ड जारी करती है।
  • भारत और चीन से बड़ी संख्या में आवेदन आने के कारण कोटा जल्दी भर गया।
  • इसलिए भारतीय आवेदकों के लिए प्राथमिकता तारीख दो साल पीछे चली गई।

3. निवेशकों की बढ़ती संख्या

  • EB-5 वीजा कैटेगरी मुख्य रूप से निवेशकों के लिए होती है।
  • बीते सालों में भारत और चीन के बड़े निवेशकों ने अमेरिकी बाजारों में निवेश किया, जिससे यह कैटेगरी तेजी से भर गई।

अब भारतीयों को कितना इंतजार करना होगा?

अमेरिकी वीजा बुलेटिन के अनुसार:

  • भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों के लिए फाइनल एक्शन डेट अब 01 नवंबर 2019 निर्धारित कर दी गई है।
  • इसका मतलब यह है कि जिन लोगों ने 01 नवंबर 2019 से पहले आवेदन किया है, केवल उन्हीं के आवेदन प्रोसेस किए जाएंगे।
  • जबकि 01 नवंबर 2019 के बाद आवेदन करने वालों को कम से कम 2-3 साल का और इंतजार करना पड़ सकता है।

Immigration Visa Bulletin:  Visa Retrogression क्या है?

Visa Retrogression का अर्थ होता है कि अमेरिकी सरकार द्वारा जारी किए गए ग्रीन कार्ड की प्रक्रिया को रोक देना या पीछे कर देना।

यह तब होता है जब:

  • किसी विशेष देश से आवेदन अधिक हो जाते हैं।
  • वर्ष के लिए निर्धारित वीजा कोटा समाप्त हो जाता है।
  • किसी कैटेगरी विशेष में अधिक आवेदन दर्ज होते हैं।

Immigration Visa Bulletin:  इसका असर क्या होता है?

  • जिन आवेदकों की प्राथमिकता तिथि (Priority Date) अब भी लंबित है, उन्हें ग्रीन कार्ड के लिए और अधिक इंतजार करना होगा।
  • यदि फाइनल एक्शन डेट्स और अधिक पीछे जाती है, तो आवेदकों को 3-4 साल तक इंतजार करना पड़ सकता है।

प्राथमिकता तारीख (Priority Date) क्या है?

  • Priority Date वह तिथि होती है, जब अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) को आवेदक का आवेदन प्राप्त होता है।
  • यह तारीख तय करती है कि आवेदक को ग्रीन कार्ड के लिए कब बुलाया जाएगा।
  • अब EB-5 वीजा के लिए भारत की Priority Date 01 नवंबर 2019 कर दी गई है।

क्या भारतीयों को आगे और देरी झेलनी पड़ेगी?

विशेषज्ञों का कहना है कि:

  • यदि चीन और भारत से आवेदनों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही, तो अमेरिकी सरकार को फाइनल एक्शन डेट और पीछे करनी पड़ सकती है।
  • इससे भारतीय ग्रीन कार्ड आवेदकों को 3-5 साल तक का और इंतजार करना पड़ सकता है।
  • अमेरिकी सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि मांग और बढ़ी, तो अगले साल फाइलिंग डेट्स भी पीछे की जा सकती हैं।

निवेशकों के लिए क्या विकल्प है?

अगर आप ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर चुके हैं और देरी हो रही है, तो आपके पास निम्नलिखित विकल्प हो सकते हैं:

  1. H-1B वीजा – यदि आपके पास पहले से नौकरी है, तो आप H-1B वीजा के जरिए अमेरिका में काम कर सकते हैं।
  2. EB-1 वीजा – यदि आप उच्च कौशल श्रेणी के पेशेवर हैं, तो EB-1 वीजा के तहत जल्दी ग्रीन कार्ड मिल सकता है।
  3. O-1 वीजा – यदि आप वैज्ञानिक, कलाकार या अनुसंधान क्षेत्र से जुड़े हैं, तो O-1 वीजा आपको जल्दी ग्रीन कार्ड दिला सकता है।

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