दिल्लीभारतराज्यराज्य

टीएच 17 के असंतुलन से यूवाइटिस रोगी होता है अंधेपन का शिकार : AIIMS

-एम्स दिल्ली के डॉ रुपेश श्रीवास्तव और डॉ रोहन चावला ने खोजा यूवाइटिस का कारण

नई दिल्ली, 8 जुलाई : यूवाइटिस हर साल वैश्विक तौर पर प्रति एक लाख की आबादी में से करीब 14-17 लोगों को प्रभावित कर रहा है। एक अनुमान के मुताबिक फ्रांस में प्रति एक लाख की आबादी में 38, अमेरिका में 200 और भारत में 730 लोग यूवाइटिस रोग से पीड़ित हो रहे हैं। यह रोग बच्चों में 5 -16% और बुजुर्गों में 6-21% पाया जा रहा है। हालांकि, यह गैर संक्रामक रोग है जो यूवाइटिस के सभी उप प्रकारों में सबसे आम है। लेकिन यह रोगी को धीरे- धीरे अंधा कर देता है।

यह जानकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली के बायो टेक्नोलॉजी विभाग के डॉ रुपेश श्रीवास्तव ने सोमवार को दी। उन्होंने बताया कि यूवाइटिस आंखों की सूजन का एक रूप है। यह आंख की दीवार में ऊतक की मध्य परत (यूविया) को प्रभावित करता है और रोगी को धीरे -धीरे अंधेपन की ओर ले जाता है। अंततः उसे आंखों से दिखना बंद हो जाता है। इसके इलाज के लिए हमने डॉ रोहन चावला के साथ कुल 10 यूवाइटिस और 10 नियंत्रण रोगियों पर गहन शोध किया। 10 विषयों में प्रवाह साइटोमेट्री के जरिये टीएच 17 और ट्रेग कोशिकाओं का विश्लेषण किया और जीन जांच के लिए रियल टाइम पीसीआर भी किया।

शोध में सामने आया कि यूवाइटिस के पीछे टीएच 17 कोशिका का असंतुलन प्रमुख कारण है। यह रोगी की आंख के फ्लूइड और रक्त में पाया जाता है। टीएच 17 कोशिका की मात्रा कम हो या ज्यादा दोनों ही स्थितियां रोगी के लिए खतरनाक होती हैं। अगर रोगी के अंदर टीएच 17 की मात्रा को संतुलित कर लिया जाए तो यूवाइटिस रोग की रोकथाम की जा सकती है। यह शोध युरोपियन फेडरेशन ऑफ इम्युनोलॉजिकल सोसाइटीज के आधिकारिक प्रकाशन ‘इम्युनोलॉजी लेटर्स’ में प्रकाशित हुआ है।

डॉ श्रीवास्तव के मुताबिक टीएच 17 सेल संतुलन प्रतिरक्षा होमियोस्टेसिस के लिए आवश्यक है और जब यह बाधित होता है, तो कई ऑटोइम्यून बीमारियों में सूजन की घटना और विकास से जुड़ा होता है। उन्होंने कहा, दिलचस्प बात यह है कि हमने जलीय द्रव में टीएच 17 कोशिकाओं और परिधीय रक्त में टीएच 17 कोशिकाओं के बीच महत्वपूर्ण सहसंबंध भी पाया है। हालांकि, यूवाइटिस के पैथॉफिजियोलॉजी में इसका योगदान अभी भी अज्ञात है।

क्या है यूवाइटिस और इसके लक्षण ?
यूवाइटिस के संभावित कारण आंख के संक्रमण, चोट या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर या सूजन संबंधी बीमारी हो सकते हैं। कई बार कारण की पहचान नहीं हो पाती। इसके लक्षणों में आंखों का लाल होना, दर्द और धुंधला दिखाई देना शामिल है। यह स्थिति एक या दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है और यह सभी उम्र के लोगों, यहां तक कि बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button