सुप्रीम कोर्ट ने सीरियल किलर सुरेंद्र कोली को नोटिस किया जारी
सुप्रीम कोर्ट ने सीरियल किलर सुरेंद्र कोली को नोटिस किया जारी
अमर सैनी
नोएडा। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार और सीबीआई की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुरेंद्र कोली नोटिस जारी किया है। दरअसल, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया था। जिसके बाद यूपी सरकार और सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 8 जुलाई यानी सोमवार को मामले की सुनवाई करते हुए पहले से लंबित सभी मामलों को अपने साथ मिलाकर सुरेंद्र कोली नोटिस जारी किया है।
यूपी सरकार और सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए एसजी तुषार मेहता ने कहा, ‘वह एक सीरियल किलर है। वह छोटी बच्चियों को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाता था। उन्हें मारता था। उन्हें पकाता था। ट्रायल कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने इसे पलट दिया। यह वाकई भयावह है।’ अब मामले की अगली सुनवाई की तारीख सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि सीबीआई और योगी सरकार के इस कदम से सुरेंद्र कोली की मुश्किलें बढ़ेंगी। बता दें कि साल 2017 में भी गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने पिंकी सरकार की हत्या के मामले में सुरेंद्र कोली और पंधेर को मौत की सजा सुनाई थी। इससे पहले गाजियाबाद की विशेष अदालत ने निठारी हत्याकांड से जुड़े मामले में कारोबारी मोनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को दोषी करार दिया था। निचली अदालत ने सुरेंद्र कोली और पंधेर को मौत की सजा देने का फैसला सुनाया था। लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में दोनों को बरी कर दिया था।
मई में यूपी सरकार को जारी किया था नोटिस
मई में सुप्रीम कोर्ट ने गौतमबुद्ध नगर के निठारी गांव में एक घर के पिछवाड़े में कई कंकाल मिलने के बाद सुलझने वाले कई हत्याओं के आरोपी मनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली के मामले पर बड़ी कार्रवाई की थी। मनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली को बरी किए जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
2006 में निठारी कांड से दहल गया देश
दरअसल, साल 2006 में, नोएडा के निठारी गांव में स्थित पंढेर के डी-5 बंगले और उसके आसपास कई मानव अवशेषों की खोज के बाद नोएडा पुलिस ने दोनों आरोपियों सुरिंदर कोली और कोली के सहयोगी मोनिंदर सिंह पंढेर को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पर हत्या के कई मामलों का आरोप लगाया गया था। इस भयानक खबर के बाद अगले ही दिन, एक बेतहाशा अफवाह फैल गई कि दोनों ने शवों के अवशेषों को प्रेशर कुकर में पकाया और उन्हें खा लिया।