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उत्तर प्रदेश, नोएडा: यमुना सिटी में औद्योगिक गतिविधियों को मिलेगी रफ्तार

उत्तर प्रदेश, नोएडा: यमुना सिटी में औद्योगिक गतिविधियों को मिलेगी रफ्तार

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। सेक्टर-10 में विकसित होने वाले पांच औद्योगिक पार्कों के लिए जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ हो चुका है, वहीं, सेक्टर-29 में 175 एकड़ में विकसित हो रहे अपेरल पार्क का काम भी रफ्तार पकड रहा है। पार्क में फैक्टरी निर्माण के लिए 37 आवंटियों ने नक्शा पास करा लिया हैं और सात फैक्ट्रियों का निर्माण चल रहा है।

प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि नोएडा पहले से ही परिधान उद्योग का एक प्रमुख केंद्र है। यहां पर लगभग 4000 कारखाने तैयार कपड़े बना रहे हैं। ऐसे में अपैरल पार्क शुरू होने से उत्तर भारत में परिधान उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा। पार्क में सड़कों के दोनों किनारों पर फलों के पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इस पार्क में 80 भूखंड है। इनमें से 67 को चेक लिस्ट जारी हो चुकी है, जबकि 60 भूखंडों की लीज डीड हो चुकी। 37 आवंटियों ने फैक्टरी निर्माण के लिए भी नक्शा पास करा लिया। परियोजना लगभग 3000 करोड़ रुपए के निवेश से पूरी होगी, जिसमें प्रतिवर्ष दस हजार करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा अर्जित होने की उम्मीद है। साथ ही परियोजना से शहर में तीन लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। नोएडा एयरपोर्ट शुरू होने के बाद शहर में औद्योगिक गतिविधियां तेज होगी, ऐसे में प्राधिकरण ने अपेरल पार्क को लेकर आवंटियों के साथ बैठक कर निर्माण कार्य तेज कराने के आदेश दिए हैं। 2025 के अंततक रेडिमेड गारमेंट से जुड़ी करीब 30 फैक्ट्रियों के शुरू होने का लक्ष्य रखा गया है।

औद्योगिक सेक्टरों में बढ़ने लगी गतिविधियां

यमुना सिटी के पांच औद्योगिक सेक्टर है। सेक्टर-29, 30, 32, 32 और 33 को औद्योगिक सेक्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इनमें अब तक 3041 भूखंडों का आवंटन कर दिया हैं, जिनमें 1373 को लीजडीड तक जारी कर दी गई हैं। शेष 1668 आवंटियों को लीजडीड एवं आवंटी को निर्माण शुरू के लिए नोटिस जारी किया गया है। शहर में 12 कंपनी संचालित हैं, वहीं अलग-अलग सेक्टरों में प्राधिकरण की ओर से 1373 कंपनियों को निर्माण की मंजूरी दी जा चुकी है।

क्षेत्र में लगातार औद्योगिक सेक्टरों में निर्माण गतिविधि बढ़ रही है। बीते दिनों ही सेक्टर-28 में पेट्रोल पंप का शिलान्यास हुआ था। वहीं, अक्टूबर में सेक्टर-29 में जर्मनी की फुटवियर कंपनी और दूसरी सेक्टर-31 में टेक्सटाइल कंपनी का निर्माण शुरू हुआ। सेक्टर-24ए में वीवो की कंपनी भी तैयार हो चुकी है। इसी के साथ प्राधिकरण ने ट्रांसफर नीति में बदलाव कर दिया है। कोई भी उद्यमी आवंटन के बाद भूखंड का ट्रांसफर तब तक नहीं कर पाएगा, जब तक वह वहां निर्माण शुरू नहीं करता है। उद्यमी निवेशक के तौर पर भूखंड के लिए आवेदन करते थे और आवंटन के बाद भूखंड को महंगे दामों में दूसरे उद्यमियों को दे देते थे।

औद्योगिक सेक्टरों में कंपनियों के निर्माण के लिए 50 प्रतिशत आंवटियों को लीजडीड जारी कर दी गई हैं, शेष को लीजडीड के बाद नक्शा स्वीकृत कराते हुए निर्माण को नोटिस जारी किया गया है। इस वर्ष अपेरल पार्क, मेडिकल डिवाइस में भी कंपनियां शुरू कराने का प्रयास है।

– डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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