सीजीएचएस रिकॉर्ड को आभा आईडी से लिंक करना पूर्णतया सुरक्षित :सरकार
-ड्राइविंग लाइसेंस और यूपीएससी समेत धार्मिक यात्राओं में किया जा सकेगा आभा आईडी का इस्तेमाल
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज नेटवर्क): आभा या एबीएचए पूरी तरह से आधार संख्या पर आधारित एक अद्वितीय स्वास्थ्य आईडी है जिसे कोई व्यक्ति या संस्थान न तो अपने सिस्टम पर सहेज सकता है और न ही स्टोर कर सकता है। ऐसा करने के लिए उसे आधार वॉल्ट और अन्य सुरक्षा प्रणालियों को लागू करने की जरूरत होगी जो आवेदक की मंजूरी के बिना बिल्कुल असंभव है।
केंद्र सरकार ने कहा कि सीजीएचएस कार्ड को आभा आईडी से लिंक करना या सीजीएचएस रिकॉर्ड को एबीएचए नंबर से जोड़ना पूर्णतया सुरक्षित है। सरकार के मुताबिक आभा आईडी किसी भी तरह से पैसे ट्रैक करने का कोई गुप्त तरीका नहीं है और न ही यह सरकार की किसी मौद्रिक या राजकोषीय योजना से जुड़ा है। इसे प्रजनन और बाल स्वास्थ्य (आरसीएच), गैर-संचारी रोग (एनसीडी), निक्षय, यू-विन (सार्वभौमिक-टीकाकरण), ई-संजीवनी (टेली परामर्श), प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई), पोषण (आंगनवाड़ी) जैसे सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शुरू किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कई लोग ऐसी स्थितियों में रहे हैं जहां अस्पताल रिकॉर्ड अपने पास रखते हैं, जिससे बार-बार परीक्षणों पर समय और पैसा बर्बाद होता है। स्वास्थ्य रिकॉर्ड को एबीएचए से जोड़ने से रोगी या सीजीएचएस लाभार्थी के स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेज मोबाइल फोन में उपलब्ध हो सकेंगे। एबीएचए अंततः प्रत्येक स्वास्थ्य सुविधा पर सभी भारतीय नागरिकों पर लागू होगा। इसे चार धाम यात्रा स्क्रीनिंग, महा-कुंभ स्क्रीनिंग, यूपीएससी और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए चिकित्सा परीक्षा, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए चिकित्सा परीक्षा आदि में भी इस्तेमाल किया सकता है।