सांसद ने महिला नर्स पर की टिप्पणी, नर्सों ने जताई आपत्ति
-सांसद से माफी मंगवाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री, पीएम और उप राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी

नई दिल्ली, 6 अगस्त : राज्य सभा में चर्चा के दौरान नर्स और बुजुर्ग मरीज को लेकर सांसद राम चंदर जांगड़ा की टिप्पणी ने नर्स समुदाय को आक्रोशित कर दिया है। सांसद की टिप्पणी के खिलाफ नर्स संगठनों ने उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिखकर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही नर्सिंग समुदाय और देश की महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेज फेडरेशन (एआईजीएनएफ) की अध्यक्ष अनिता पवार ने कहा, महिला नर्सों के खिलाफ सांसद जांगड़ा की टिप्पणी अनुचित और आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा, इन टिप्पणियों ने न केवल नर्सिंग समुदाय का अपमान किया है बल्कि देश भर में महिलाओं की भावनाओं को भी आहत किया है। उन्होंने बताया कि वीपी, पीएम और एचएम को लिखी चिट्ठी में संबंधित सांसद को अपनी गलती स्वीकार करने, नर्सिंग समुदाय व देश की महिलाओं से सार्वजनिक माफी मांगने और संसद सदस्यों के बीच संवेदनशीलता व अनुशासन बढ़ाने के बाबत निर्देश देने की मांग की गई है। ताकि संवैधानिक पदाधिकारियों के हस्तक्षेप से नर्सों और महिलाओं के सम्मान की रक्षा के साथ संसद की गरिमा को भी बरकरार रखा जा सके।
क्या कहा था सांसद ने ?
भाजपा के सांसद राम चंदर जांगड़ा ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान अपने बयान में कहा कि ‘हरियाणा में एक आदमी बीमार होने के कारण अस्पताल में भर्ती था। उसके शरीर में काफी तकलीफ थी। ताऊ बेड पर लेटा था कि तभी एक जवान और सुंदर नर्स आई और मरीज का हाथ पकड़कर बोली ताऊ क्या तकलीफ है? ताऊ नर्स से बोला -हाथ पकड़े रह, मुझे कोई तकलीफ नहीं है।’