मनोरंजन

Rana Naidu Season 2 Review: क्या वाकई सफल रहा नेटफ्लिक्स का ये फैमिली क्राइम ड्रामा?

Rana Naidu Season 2 में क्या पहले जैसा दम है? जानें राणा दग्गूबाती, वेंकटेश और कृति खरबंदा की इस नेटफ्लिक्स वेब सीरीज की पूरी समीक्षा।

Rana Naidu Season 2 में क्या पहले जैसा दम है? जानें राणा दग्गूबाती, वेंकटेश और कृति खरबंदा की इस नेटफ्लिक्स वेब सीरीज की पूरी समीक्षा।

Rana Naidu Season 2 Review: पुराने तेवर, नई चालें, लेकिन असर फीका

नेटफ्लिक्स पर वापसी कर रहा है Rana Naidu Season 2

नेटफ्लिक्स की चर्चित वेब सीरीज Rana Naidu Season 2 आखिरकार रिलीज हो गई है। पहले सीजन की तरह इस बार भी इसमें गालियों की भरमार है, रिश्तों की उलझन है और क्राइम की दुनिया में उलझा हुआ एक पारिवारिक ड्रामा है। राणा दग्गूबाती और वेंकटेश की जोड़ी फिर से स्क्रीन पर है, लेकिन क्या यह सीजन दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरता है?

Rana Naidu Season 2 Review in Hindi by Pankaj Shukla Rana Daggubati Venkatesh Arjun Rampal Surveen Karan

कलाकारों का प्रदर्शन कैसा रहा?

सीरीज में राणा दग्गूबाती (Rana Daggubati) ने फिर से मुख्य भूमिका निभाई है और उनकी परफॉर्मेंस दमदार है। वहीं वेंकटेश (Venkatesh) का अभिनय पहले जैसा प्रभाव नहीं छोड़ता। इस बार कृति खरबंदा (Kriti Kharbanda) ने अपना ओटीटी डेब्यू किया है और उनका किरदार ‘आलिया ओबेरॉय’ सीमित होते हुए भी प्रभावशाली है।

Rana Naidu Season 2 Review in Hindi by Pankaj Shukla Rana Daggubati Venkatesh Arjun Rampal Surveen Karan

कहानी और निर्देशन में कमी क्यों दिखी?

Rana Naidu Season 2 की कहानी एक विदेशी शो का देसी रूपांतरण है, लेकिन लेखन में गहराई की कमी साफ नजर आती है। करण अंशुमन, सुपर्ण वर्मा और अभय चोपड़ा द्वारा निर्देशित यह सीरीज ‘इनसाइड एज’ और ‘मिर्जापुर’ जैसे एलिमेंट्स को मिलाने की कोशिश जरूर करती है, लेकिन कोई नई बात नहीं कहती।

Rana Naidu Season 2 Review in Hindi by Pankaj Shukla Rana Daggubati Venkatesh Arjun Rampal Surveen Karan

रऊफ मिर्जा और नया ट्विस्ट

इस बार अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) गैंगस्टर ‘रऊफ मिर्जा’ के रूप में नजर आते हैं। क्रिकेट और अंडरवर्ल्ड के कॉकटेल से भरी उनकी एंट्री कहानी में हलचल तो पैदा करती है, लेकिन उसे संभालने में राइटिंग चूक जाती है।

रिश्तों की उलझन और परिवार का पतन

सीरीज में पारिवारिक रिश्तों की टूटन, भाई-बहनों का टकराव और माता-पिता से दूरी को क्राइम की पृष्ठभूमि में दिखाया गया है। हालांकि भावनाओं की गहराई कम नजर आती है। सुरवीन चावला और डीनो मोरिया जैसे कलाकार अपनी भूमिकाओं में जान डालते हैं।

क्या रही कमजोर कड़ियाँ?

  • कमजोर पटकथा

  • ओवरडोज़ गालियों की

  • ओवरएक्टिंग

  • ओरिजिनल आइडिया की कमी

  • बार-बार ‘मिर्जापुर’ जैसी फीलिंग

क्या देखें या छोड़ दें?

अगर आप Rana Naidu Season 2 को क्राइम और फैमिली ड्रामा के मिक्स के तौर पर देखना चाहते हैं, तो एक बार देखा जा सकता है। लेकिन अगर आप उम्मीद कर रहे हैं एक नए प्लॉट या अनोखे ट्विस्ट की, तो ये सीजन शायद आपको निराश कर दे।

Rana Naidu Season 2 का अंतिम Verdict

Rana Naidu Season 2 एक औसत सीरीज है, जिसमें कुछ अच्छे अभिनय, लेकिन कमजोर लेखन और दिशा के कारण यह पूरी तरह से मन नहीं जीत पाती। सिर्फ फेमस चेहरों के दम पर कंटेंट को नहीं खींचा जा सकता — यह इसका सबक है।

नीना गुप्ता और रघुबीर यादव 1982 के बाद से धूम मचा रहे हैं, पंचायत से मंजू देवी और प्रधान जी की पुरानी तस्वीर वायरल हुई

Related Articles

Back to top button