अमर सैनी
गाजियाबाद। लापता चल रहे हिस्ट्रीशीटरों को खोजने के अभियान में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर दरोगा को भी खोज लिया। अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनाती के दौरान ही दरोगा की हिस्ट्रीशीट खुल गई थी। रिटायरमेंट के बाद से ही दरोगा लापता चल रहा था। अधिकारियों का कहना है कि ट्रेस होने के बाद रिटायर्ड दरोगा की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने लापता माफिया, अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों को खेजने का अभियान शुरू किया था। थानास्तर पर एक-एक दरोगा को लापता अपराधियों के सत्यापन के कार्य में लगाया गया था। इसी क्रम में सिहानी गेट पुलिस ने लापता अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों की कुंडली खंगालनी शुरू की तो पटेल नंबर सेकेंड में रहने वाला हिस्ट्रीशीटर शिशुपाल सिंह यादव कई सालों से लापता मिला। पुलिस ने खोजबीन की तो उसके नाम पर एक कार पंजीकृत मिली। उसके पंजीकरण नंबर की मदद से ट्रेस करने के बाद पुलिस हिस्ट्रीशीटर शिशुपाल सिंह यादव तक पहुंच गई। उस वक्त पुलिस हैरत में पड़ गई, जब पता चला कि शिशुपाल रिटायर्ड दरोगा है और यूपी पुलिस में तैनाती के दौरान ही वह हिस्ट्रीशीटर बन गया था।