नोएडा में बुजुर्ग से करोड़ों रुपये की ठगी, पैसा एक झटके में गंवाया
नोएडा में बुजुर्ग से करोड़ों रुपये की ठगी, पैसा एक झटके में गंवाया
अमर सैनी
नोएडा। शहर की एक सोसायटी में रहने वाले बुजुर्ग से साइबर ठगों ने करीब 1.48 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने बुजुर्ग ने यह पैसा अपने बुढ़ापे की गुजर-बसर के लिए जोड़ा हुआ था। इस मामले के बाद से बुजुर्ग का बुरा हाल हे। पीड़ित ने घटना की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक सेक्टर 93 पूर्वांचल सिल्वर सिटी सोसायटी निवासी कल्याण घोष (70 वर्ष) ने बताया कि मई माह में उन्हें व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया था। जिसमें घर बैठे डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन ट्रेडिंग कर लाखों रुपये कमाने की बात कही गई थी। जिसे उन्होंने कई दिनों तक लगातार देखा। इस ग्रुप में पहले से 150 से अधिक लोग जुड़े हुए थे। ग्रुप में रोजाना शेयर बाजार, आईपीओ के बारे में जानकारी दी जाती थी। इस दौरान जालसाजों ने उनसे व्यक्तिगत रूप से बात करना शुरू कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें ऑनलाइन पेज की रेटिंग और रिव्यू करने का काम दिया, जिसे उन्होंने पूरा कर दिया। इससे उन्हें कुछ फायदा भी हुआ। जालसाजों ने उसे दूसरे टास्क में ऑनलाइन ट्रेडिंग करने का टास्क दिया। इस दौरान उसने कई कंपनियों के शेयर मार्केट में निवेश किया। इसके साथ ही उसने आरोपियों के बताए अनुसार कई आईपीओ में भी निवेश किया।
ऑनलाइन देते थे लेक्चर
जालसाज उसे शेयर मार्केट के बारे में ऑनलाइन लेक्चर भी देते थे। जिसमें वह कंपनी और शेयर मार्केट से जुड़ी तमाम जानकारी देता था। इस दौरान ग्रुप में शामिल आरोपियों ने उसे लगातार बताया कि इन कंपनियों में मुनाफा ज्यादा होगा। जिसके चलते वह लगातार पैसा लगाता रहा। उसने कुल एक करोड़ 47 लाख 94 हजार रुपये निवेश किए। आरोपियों द्वारा दिए गए ऐप में उसका निवेश किया हुआ पैसा लगातार बढ़ रहा था। जब वह अपने मुनाफे की रकम निकालने लगा तो जालसाजों ने उसका ट्रेडिंग अकाउंट बंद कर दिया।
जिंदगी भर की कमाई हड़पी
इस दौरान जब उसने दोबारा अकाउंट खोलने के लिए कहा तो जालसाज उससे और पैसा लगाने के लिए कहने लगे। जब उसने जालसाजों से अपने निवेश के पैसे वापस मांगने लगा तो उसे व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया। पीड़ित ने बताया कि जालसाजों ने उसकी जिंदगी भर की मेहनत की कमाई हड़प ली।
5 करोड़ 68 लाख रुपये और मांगे
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि जब वह जालसाजों के जाल में फंसकर आईपीओ के लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये जमा करा दिए तो इस दौरान जालसाजों ने एक कंपनी का आईपीओ देने के लिए उनसे 5 करोड़ 68 लाख रुपये और मांगने शुरू कर दिए। इस दौरान जब वह अपने पैसे वापस लेने लगे तो जालसाजों ने उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया। जब वह संबंधित कंपनी के दिल्ली कार्यालय पहुंचे तो उन्हें ठगी का पता चला।