नोएडा में बढ़ते तापमान में बौरा गए कुत्ते, काटने के बढ़े मामले
नोएडा में बढ़ते तापमान में बौरा गए कुत्ते, काटने के बढ़े मामले
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अमर सैनी
नोएडा। 45 डिग्री के करीब बने अधिकतम तापमान में जिले में कुत्ते काटने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसकी वजह से अस्पतालों में भी एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) की खपत बढ़ गई है। करीब 1700 से 1800 डोज रोजाना पूरे जिले में निजी और सरकारी अस्पतालों में लगाई जा रही हैं। इनमें 90 फीसदी कुत्ते काटने के मामलों में डोज दी जाती है। कुत्तों के काटने का यह आतंक गौतमबुद्धनगर के सेक्टर्स, अपार्टमेंट और गांवों में भी बना हुआ है।
जिला अस्पताल में ही रोजाना एआरवी लगवाने के लिए रोजाना 150 के करीब लोग पहुंचते हैं। एआरवी के प्रभारी व चीफ फार्मासिस्ट गिरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि सामान्य रूप से एआरवी जिला अस्पताल में 100 से 110 लोगों को लगती है। वहीं इन दिनों यह संख्या 130 से 150 के बीच रहती है। सबसे अधिक सोमवार को आंकड़ा रहता है। भंगेल सीएचसी पर भी लगभग यही आंकड़ा रहता है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. यतेंद्र सिंह का कहना है कि रोजाना 120 से 130 डोज एआरवी की लगाई जा रही है। यह औसत दिनों से करीब 20 फीसदी तक अधिक है। दूसरी सीएचसी-पीएचसी पर भी यही हालात बने हुए हैं।
नेशनल रैबीज कंट्रोल प्रोग्राम (एनआरसीपी) के अधिकारियों के मुताबिक सबसे अधिक मामले उन इलाकों से आ रहे हैं जहां शहरीकरण अभी तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज का स्टॉक उपलब्ध कराने के लिए भी इस समय मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे में कुत्तों और इंसानों के टकराव का रोकने की जरूरत भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बता रहे हैं। जिससे कुत्ते के काटने की घटनाओं को कम करने के अलावा एंटी रैबीज की खपत को भी कम किया जा सके।
20 जगह बनीं कुत्ता काटने की हाॅट-स्पॉट
जिले में 20 जगह ऐसी हैं जिनको हॉटस्पॉट चिंहित किया गया है। इसमें सेक्टर-130, भंगेल आबादी, नांगली वाजिदपुर, बिसरख, हलदोनी, पतवाडी, मिर्जापुर, उस्मानपुर, कनारसी, जेवर, मोहल्ला व्यापारियन जहांगीरपुर, फलेंदा, रबूपुरा, सदरपुर कालोनी, सेक्टर-45, जेजे कालोनी, सेक्टर-8, सेक्टर-9, खोडा कालोनी, हरोला सेक्टर-5 शामिल हैं।