
अमर सैनी
कांवड़ यात्रा के दौरान भोले के भक्त हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान तक जाते हैं। यूपी में मेरठ और नोएडा, गाजियाबाद इस यात्रा के अहम पड़ाव माने जाते हैं। श्रावण माह में होने वाली कांवड़ यात्रा का खास महत्व माना जाता है। श्रावण माह के दौरान लाखों की संख्या में नोएडा के विभिन्न मंदिरों और गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। इससे कहीं अधिक कांवड़ यात्री गाजियाबाद से होते हुए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान तक जाते हैं। दूधेश्वर नाथ के महंत श्री नारायण गिरी बताते हैं कि 22 जुलाई को श्रावण मास शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। सोमवार के दिन भोले का जलाभिषेक करने का खास महत्व होता है, इसलिए श्रावण मास में पड़ने वाले हर सोमवार को भोले भक्तों की भारी भीड़ दूधेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए पहुंचती है।
सीसीटीवी की जद में होगी कांवड़ यात्रा
कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोले के भक्तों की सुरक्षा को खास बंदोवश्त किए जा रहे हैं। नोएडा – गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए जोन, थाना और चौकी स्तर पर जिम्मेदारियां तय की गई हैं। कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए हर साल की तरह यातायात पुलिस रूट डायवर्जन प्लान तैयार करने में लगी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के सभी रूट पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों की जद में होंगे। इसके साथ ही कांवड़ियों के सेवा में सड़क किनारे खाने और आराम करने के लिए आयोजित कैंप भी सीसीटीवी की निगरानी में होंगे। हर कैंप में आयोजक को कम से कम दो सीसीटीवी अवश्य लगाने होंगे।