
नई दिल्ली, 16 जून : देश के तमाम एम्स अस्पतालों और दिल्ली के केंद्रीय अस्पतालों के साथ एम्स-केंद्रीय सशस्त्र बल अस्पताल को जल्द ही 2000 नर्सिंग अधिकारी (एनओ) मिलने वाले हैं। इससे जहां उक्त अस्पतालों को उच्च प्रशिक्षित कार्यबल मिलेगा। वहीं उपचार के लिए भर्ती मरीजों को उचित देखभाल की सुविधा मिल सकेगी।
दरअसल, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत स्थापित नए एम्स और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय सरकारी अस्पतालों में नर्सों की भर्ती के लिए एम्स दिल्ली ने नर्सिंग अधिकारी भर्ती सामान्य पात्रता परीक्षा (नॉर्सेट) 2025 का आयोजन किया था। इस परीक्षा में सफल 1939 उम्मीदवारों में से 595 एनओ एम्स दिल्ली के लिए और 288 एनओ केंद्रीय सशस्त्र बल आयुर्विज्ञान संस्थान के लिए चुने गए हैं। हालांकि एम्स दिल्ली के लिए 600 और एम्स-सीएपीएफआईएमएस के लिए 300 समेत कुल 2000 रिक्तियों का विज्ञापन निकाला गया था।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक नर्सिंग अधिकारी भर्ती सामान्य पात्रता परीक्षा, जो पहले साल में एक बार आयोजित की जाती थी, अब साल में दो बार आयोजित की जाएगी। इस पहल से समय पर भर्ती और निर्बाध रोगी देखभाल सेवाएं सुनिश्चित होंगी। यह नीतिगत बदलाव एम्स और मंत्रालय की रणनीतिक योजना के अनुरूप है जिसके तहत अस्पतालों में नियमित स्टाफिंग की जरूरत को तेजी से पूरा किया जा सकेगा। अभी तक इस परीक्षा का आयोजन साल में एक बार ही किया जाता है।