
नई दिल्ली, 15 सितम्बर भीषण गर्मी और वातावरण में नमी के चलते जहां उमस भरी चिपचिपपी गर्मी बढ़ गई है। वहीं, डेंगू या हड्डी तोड़ बुखार (ब्रेकबोन फीवर) के आतंक में इजाफा होने की आशंका भी बढ़ रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा जब अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की आमद दर्ज न हो रही हो। इसके अलावा वायरल फ्लू, इन्फ्लूएंजा, टाइफाइड समेत अन्य मच्छर जनित बीमारियां भी तेजी से फैल रही है।
सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर के मुताबिक अस्पताल की ओपीडी में डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जो मानसून के दूसरे चरण की शुरुआत के साथ और बढ़ेंगे। बरसात के मौसम में हर जगह पानी भर जाता है और नमी बढ़ जाती है जिससे डेंगू फैलाने वाले मच्छरों (एडीज एजिप्टी) को ठहरे हुए पानी में अंडे देने और बढ़ने के लिए आदर्श माहौल मिलता है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में तापमान बढ़ने से यह साल भर भी फैल सकता है।
उन्होंने कहा, ऐसे में सभी लोग डीबीसी कर्मियों के साथ सहयोग करें। जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनजर घर -दफ्तर, कार्यस्थल और आस-पास के क्षेत्रों पर नजर रखें कि कहीं पानी इकट्ठा तो नहीं हो रहा है। पौधों के गमलों, छत पर पड़े खाली व टूटे बर्तनों, पहिये के पुराने टायरों में एकत्रित पानी को निकाल दें। कूलर की टंकी को नियमित रूप से साफ करें या पानी में लार्वा रोधी दवा डालें। अभी डेंगू बुखार का मौसम चल रहा है। अगर थोड़ी सी भी लापरवाही बरती गई तो डेंगू खतरनाक रूप ले सकता है। इसलिए बुखार होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
गुरु तेग बहादुर अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. प्रवीण कुमार ने कहा कि डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमण होने के 3 से 14 दिन बाद दिखाई देते हैं। अगर लक्षण विकसित होते हैं, तो वे आमतौर पर काटने के 4 से 10 दिनों के बीच शुरू होते हैं और 2 से 7 दिनों तक रहते हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, तेज सिरदर्द, दाने, चकत्ते और मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द शामिल हैं। इससे मतली और उल्टी भी हो सकती है। गंभीर मामलों में गंभीर रक्तस्राव और शॉक सिंड्रोम लगता है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका मच्छरों के काटने से खुद को बचाना है। इसके लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें, लंबी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें। खासकर सुबह और शाम के समय। साथ ही, अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें और घर को साफ-सुथरा रखें, क्योंकि डेंगू के मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं। घर में मच्छर भगाने वाले उपकरण लगाएं, खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगाएं। पानी की टंकियों को खुला न छोड़ें, उन्हें अच्छी तरह ढक कर रखें। मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए सफाई अभियानों में भाग लें।
डेंगू से 6 मौत
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) के पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के मुताबिक देश-भर में डेंगू के 12043 मामलों के साथ डेंगू से कुल 6 मौत दर्ज हुई हैं। इनमें से 4 मौत केरल में और 2 मौत तमिलनाडु में हुई हैं।
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