पेपर मर्चेंट्स एसोसिएशन दिल्ली द्वारा कड़कड़डूमा स्थित जी डी गोयनका स्कूल में आज ‘नेशनल पेपर डे’ मनाया गया

पेपर मर्चेंट्स एसोसिएशन दिल्ली द्वारा कड़कड़डूमा स्थित जी डी गोयनका स्कूल में आज ‘नेशनल पेपर डे’ मनाया गया
रिपोर्ट: रवि डालमिया
पेपर मर्चेंट्स एसोसिएशन दिल्ली द्वारा कड़कड़डूमा स्थित जी डी गोयनका स्कूल में आज नेशनल पेपर डे ” मनाया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री एवं पूर्वी दिल्ली के सांसद हर्ष मल्होत्रा,एफपीटीए के प्रधान दलीप बिंदल व एसोसिएशन के अन्य सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति रहे। हर्ष मल्होत्रा द्वारा विद्यालय परिसर में “एक वृक्ष राष्ट्र के नाम” लगाकर पर्यावरण संरक्षण में वृक्षों की अहम भूमिका का संदेश दिया वही इस मौके पर उन्होंने विद्यालय में विद्यार्थियों द्वारा वेस्ट (रद्दी) पेपर की रिसाइकलिंग हेतू बनाई गई अदभुद यूनिट का भी उदघाटन किया। इस अवसर पर विद्यालय में पेपर निर्माण से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पेपर निर्माताओं द्वारा जिस प्रकार वेस्ट (रद्दी) पेपर की रिसाइकलिंग को बढ़ावा देकर देश में पेपर की आपूर्ति को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है उनका यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चल रहे प्रयासों को नई दिशा देगा।
एफ पी टी ए के प्रधान दलीप बिंदल कहना यह मिथ्या है कि पेपर निर्माण से प्रकृति का अधिकाधिक दोहन हो रहा है क्योंकि वर्तमान के बदलते परिवेश में देश में लगभग 76 प्रतिशत से अधिक पेपर वेस्ट पेपर की ही रिसाइकलिंग से तैयार हो रहा है । यदि सरकार के सहयोग से पल्प बनाने की इंडस्ट्री भारत में लग जाए तो पेपर हेतू वृक्षों का कटान और भी कम हो सकता है क्योंकि अभी तक पल्प विदेशों से हायर किया जा रहा है। पेपर रिसाइकलिंग उद्योग जहां देश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा मददगार साबित हो रहा हैं वही यह क्षेत्र भारत सरकार के ” स्वच्छ भारत अभियान ” को सफल बनाने में भी मील का पत्थर साबित हो रहा है । इतना नही यह क्षेत्र देश में लाखों लोगों को रोजगार के भी अवसर प्रदान कर रहा है।