Delhi Traders Conference: पूर्वी दिल्ली व्यापारी सम्मेलन में स्वदेशी और आतंकवाद विरोधी नारे गूंजे

Delhi Traders Conference: पूर्वी दिल्ली व्यापारी सम्मेलन में स्वदेशी और आतंकवाद विरोधी नारे गूंजे
रिपोर्ट: रवि डालमिया
पूर्वी दिल्ली में भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा 10 नवंबर को प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन स्थित लाजवाब बैंकेट हॉल में व्यापारियों के सम्मान और मार्गदर्शन हेतु भव्य व्यापारी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन के संयोजन में प्रदेश उपाध्यक्ष महावीर गोयल ने अहम भूमिका निभाई। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमेन सुनील सिंघी ने व्यापारियों को मार्गदर्शन दिया।
सम्मेलन में “व्यापार है तो व्यापारी है, व्यापारी है तो व्यापार है, स्वदेशी अपनाओ और वोकल फॉर लोकल” का नारा बुलंद आवाज में गूंजा। इसी बीच लालकिले पर आतंकियों द्वारा कार बम विस्फोट की खबर मिली, जिसके बाद सम्मेलन में स्वदेशी को बढ़ावा देने के साथ-साथ आतंकियों के सफाए का नारा भी गूंजने लगा। इस अवसर पर फेडरेशन ऑफ आल इंडिया व्यापार मंडल के दिल्ली प्रदेश महामंत्री राजीव शर्मा ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मांग की कि आतंकवाद का जड़ मूल से सफाया करने हेतु सख्त कार्यवाही की जाए।
मुख्य अतिथि सुनील सिंघी ने सम्मेलन के आयोजकों और व्यापारियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि व्यापारियों का प्रयास भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान के बाद व्यापारी भाइयों ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया है, जो काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि व्यापारी देश की आर्थिक रीढ़ हैं, और जब हर व्यापारी स्वदेशी अपनाएगा और हर घर स्वदेशी को महत्व देगा, तो भारत आत्मनिर्भर बनने से कोई रोक नहीं सकता।
इस अवसर पर “स्वदेशी है” अभियान के तहत एक विशेष पोस्टर का लोकार्पण भी किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र और “वोकल फॉर लोकल” का संदेश शामिल है। कार्यक्रम का संचालन और संयोजन महावीर गोयल ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय पैट्रन बाल किशन अग्रवाल, बोर्ड सदस्य नवीन गर्ग, नरेश जैन, संजीत मिचल, मुनीश बंसल, सुशील कुमार जैन, योगेश अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, राजीव शर्मा और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सम्मेलन में GST 2.0 और व्यापारी हितों के संरक्षण हेतु संगठन की आगामी योजनाओं पर भी चर्चा हुई। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि “जब व्यापारी सशक्त होगा, तब देश आत्मनिर्भर बनेगा, और जब आत्मनिर्भर भारत खड़ा होगा, तब विश्व में भारत का डंका बजेगा।”




