क्राइम ब्रांच ने ठगी के चार करोड़ रुपये फ्रीज कराए
क्राइम ब्रांच ने ठगी के चार करोड़ रुपये फ्रीज कराए

अभिषेक ब्याहुत
नोएडा। सेक्टर-22 स्थित साउथ इंडियन बैंक के सहायक प्रबंधक ने 28.07 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। क्राइम ब्रांच ने ठगी की चार करोड़ की रकम फ्रीज करा दी है। ठगी की शेष रकम को भी फ्रीज कराने का प्रयास किया जा रहा है। मामले की जांच अब जनपद की क्राइम ब्रांच कर रही है। पहले जांच सेक्टर-24 पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
शिकायत में साउथ इंडियन बैंक के डीजीएम रिजनल रैनजीत आर नायक ने पुलिस को बताया था कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से सेक्टर-22 स्थित शाखा से गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थीं। इस पर विभाग ने अपनी विजिलेंस टीम से जांच कराई। जांच में पता चला कि सेक्टर-48 स्थित एसोसिएट इलेक्ट्रानिक्स रिसर्च फाउंडेशन नामक कंपनी के खाते से सहायक बैंक प्रबंधक राहुल शर्मा ने 28.07 करोड़ रुपये पत्नी भूमिका शर्मा और मां सीमा समेत अन्य के खातों में ट्रांसफर कर कंपनी और बैंक के साथ धोखाधड़ी की है। इस मामले में सेक्टर-24 थाने में दो माह पहले केस दर्ज कराया गया।
इस मामले में एसोसिएट इलेक्ट्रानिक्स रिसर्च फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने तीन, चार और छह दिसंबर को ई-मेल से शिकायत दर्ज कराते हुए खाते से रुपये बिना अनुमति और जानकारी के ट्रांसफर करने के आरोप लगाए थे। मूलरूप से हरियाणा के रोहतक में रहने वाला राहुल शर्मा वर्तमान में सेक्टर-27 में परिवार के साथ रहता है। केस दर्ज होने के बाद से वह परिवार समेत फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस उन खातों की जांच कर रही है, जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई। साजिश के तहत धोखाधड़ी के लिए सहायक प्रबंधक ने अपनी मां और पत्नी समेत अन्य लोगों का संबंधित बैंक में खाता खुलवाया। खाते को सत्यापित करने के बाद आरोपी ने इन्हीं खातों में निजी कंपनी के करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर लिए। 20 से अधिक बार में रकम ट्रांसफर की गई। डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने ठगी की चार करोड़ की रकम फ्रीज होने की पुष्टि की है। मामले की जांच जारी है।