
अमर सैनी
नोएडा। दस प्रतिशत आबादी भूखंड समेत अन्य मांगों को लेकर तीसरे दिन भी किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर डटे रहे। किसानों का गुरुवार को यमुना प्राधिकरण पर आंदोलन की तैयारी है। बुधवार को किसान बैठक और चर्चाएं कर तैयारी करने में जुटे रहे।
बुधवार को महापड़ाव की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय सचिव राजे प्रधान ने की। सैंकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। सिस्टम सुधार संगठन के नेता अंशुमान ठाकुर ने कहा कि 10 फीसदी प्लॉट, नए कानून के लाभ को लागू करने और कमेटी की सकारात्मक सिफारिशों को लागू करने तक लगातार जारी रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बयान जारी कर कहा कि महापड़ाव 28 नवंबर से एक दिसंबर तक यमुना प्राधिकरण पर रहेगा। दो दिसंबर को मांगें नहीं माने जाने पर दिल्ली कूच होगा। सरकार के पास एक दिसंबर तक का समय है। किसानों के पक्ष में फैसला ले, अन्यथा सरकार पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होंगे। गुरुवार को सुबह 10 बजे किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर यमुना प्राधिकरण पर कूच करेंगे। यमुना प्राधिकरण पर जाने के लिए किसान संगठनों ने अपने-अपने पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी। किसान जुलूस के रूप में अल्फा कॉमशियल बेल्ट से होते हुए परी चौक से पी-थ्री से यमुना विकास प्राधिकरण के दफ्तर पर पहुंचेंगे। एक दिसंबर तक वहां पर ही महापड़ाव रहेगा।