नोएडा। फेज-1 थाना पुलिस ने सेक्टर 10 से कछुओं की तस्करी कर रही दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन महिला तस्करों के कब्जे से 14 जिंदा इंडियन फ्लैप शेल कछुए बरामद किए हैं।वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इस प्रजाति को अनुसूची I में संरक्षित प्रजाति और अनुसूची II में सरकारी संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है। इसे खरीदना, बेचना, परिवहन करना और शिकार करना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि दोनों महिला तस्कर मां-बेटी हैं। दोनों के पतियों की मौत हो चुकी है। इनकी पहचान कमलेश उर्फ कन्नार और ज्योति के रूप में हुई है। दोनों मथुरा की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि कई लोग कछुओं को शुभ मानते हैं और इन्हें घर में पालते हैं।कई लोग इस विलुप्त प्रजाति का सेवन भी करते हैं। इसलिए बाजार में इनकी मांग बढ़ गई है। इसी वजह से यह विलुप्त होने के कगार पर है। इसी वजह से इन्हें पालतू जानवर के रूप में रखने की कानूनी अनुमति नहीं है।
3 से 5 हजार में बिकता है एक कछुआ
अभी भी लोग अपने मतलब के लिए इन्हें अवैध तरीके से ब्लैक मार्केट में खरीदते हैं। पूछताछ में बताया कि दोनों ने मथुरा में यमुना नदी से कछुए पकड़कर नोएडा समेत एनसीआर में बेचने के लिए लाए थे। ये लोग पहले भी एनसीआर में कई जगहों पर कछुए बेच चुके हैं। उन्होंने बताया कि दोनों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। ये लोग एक कछुए को 3 से 5 हजार रुपये में बेचते थे। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।
दिवाली पूजा के लिए लाए थे
महिला तस्करों ने बताया कि कछुए की पूजा करना शुभ माना जाता है। व्यापारी कछुए की सबसे ज्यादा पूजा करते हैं। इसलिए ये लोग सेक्टर-10 के आसपास कछुए बेच रहे थे। उन्होंने बताया कि वे पहले भी यहां कछुए बेचने आए थे। इसके अलावा वे होटलों में भी कछुए बेचते थे। फिलहाल पुलिस इनसे जानकारी जुटा रही है कि ये दोनों किसको कछुए बेचते थे।