ट्रेंडिंग

Israel-Iran military strength: इजरायल बनाम ईरान: सैन्य शक्ति की गहराई से तुलना

Israel-Iran military strength: इजरायल बनाम ईरान: सैन्य शक्ति की गहराई से तुलना

Israel-Iran military strength: Israel-Iran के बीच सैन्य ताकत और प्रौद्योगिकी का अंतर पश्चिम एशिया में उनकी रणनीतिक क्षमता और स्थिरता को लेकर बहुत मायने रखता है। इजरायल अपनी तकनीकी श्रेष्ठता और कुशलता के लिए जाना जाता है, जबकि ईरान अपनी बड़ी सैन्य संख्या और क्षेत्रीय प्रभाव के माध्यम से अपनी शक्ति स्थापित करता है। दोनों देशों की सैन्य ताकत में बड़ा अंतर है, जिसमें इजरायल की उन्नत तकनीकी दक्षता और ईरान की व्यापक पारंपरिक शक्ति शामिल है।

Israel-Iran military strength: सक्रिय और रिजर्व सैन्य बल

संख्या बल के आधार पर Iran की सेना इजरायल से कहीं अधिक है। ईरान के पास कुल 6,10,000 सक्रिय सैनिक हैं, जबकि इजरायल के पास 1,69,500 सक्रिय सैन्यकर्मी हैं। हालांकि, इजरायल की बड़ी ताकत उसकी रिजर्व फोर्स में है, जिसमें 4,65,000 सैनिक शामिल हैं। इसके विपरीत, ईरान के पास 3,50,000 सैनिकों की रिजर्व फोर्स है। इजरायल की सेना तकनीकी और प्रशिक्षण के मामले में अत्यधिक कुशल मानी जाती है, जबकि ईरान की सेना अपनी संख्या और पारंपरिक संसाधनों पर निर्भर करती है।

Israel-Iran
Israel-Iran military strength: इजरायल बनाम ईरान: सैन्य शक्ति की गहराई से तुलना

Israel-Iran military strength: रक्षा बजट में असमानता

दोनों देशों की सैन्य ताकत का एक महत्वपूर्ण पहलू उनके रक्षा बजट में अंतर है। 2023 में, इजरायल का रक्षा बजट $27.5 बिलियन था, जबकि ईरान का रक्षा बजट $10.3 बिलियन रहा। यह बजट अंतर साफ दर्शाता है कि इजरायल अपनी तकनीकी उन्नति और नए हथियारों की खरीद पर अधिक निवेश करता है। इस बजट का एक बड़ा हिस्सा अनुसंधान, विकास, और अत्याधुनिक तकनीक पर खर्च किया जाता है, जबकि ईरान का बजट पारंपरिक सैन्य संसाधनों और सुरक्षा के साधनों पर अधिक केंद्रित है।

हवाई शक्ति: विमान और सुरक्षा प्रणाली

हवाई क्षेत्र में इजरायल की शक्ति अत्यधिक उन्नत है। इजरायल के पास 345 आधुनिक युद्धक विमान हैं, जिनमें F-35 जैसे अमेरिकी स्टेल्थ फाइटर शामिल हैं। इजरायल की वायु सुरक्षा प्रणाली बेहद मजबूत है, जिसमें आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग, और एरो सिस्टम्स जैसे उन्नत उपकरण शामिल हैं। आयरन डोम प्रणाली इजरायल के लिए एक प्रमुख रक्षा कवच का काम करती है, जो उसके ऊपर होने वाले रॉकेट और मिसाइल हमलों को सफलतापूर्वक रोकती है। इसके विपरीत, ईरान के पास 312 विमान हैं, जो मुख्यतः पुराने रूसी सुखोई और मिग विमानों पर आधारित हैं।

Israel-Iran
Israel-Iran military strength: इजरायल बनाम ईरान: सैन्य शक्ति की गहराई से तुलना

ईरान की वायु रक्षा प्रणाली में बावर-373, S-300 और खोरदाद सिस्टम शामिल हैं, जो देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा में सहायक हैं। हालांकि, इनकी क्षमता इजरायल की हवाई रक्षा प्रणाली की तरह सटीक और तेज नहीं है, फिर भी यह ईरान के लिए एक प्रभावी ढाल का काम करते हैं।

आर्टिलरी, टैंक और पनडुब्बियां

ईरान का भारी आर्टिलरी संग्रह उसे भूमि युद्ध में लाभ देता है। उसके पास 6,798 से अधिक तोपें हैं, जबकि इजरायल के पास आर्टिलरी की संख्या लगभग 530 है। हालांकि, इजरायल का हर आर्टिलरी सिस्टम उन्नत प्रौद्योगिकी से लैस है, जो युद्ध के मैदान में उसकी सटीकता और प्रभाव को बढ़ाता है।

पनडुब्बियों के मामले में ईरान के पास 17 पनडुब्बियां हैं, जबकि इजरायल के पास 5 पनडुब्बियां हैं। हालांकि, इजरायली पनडुब्बियां अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो उन्हें समुद्र में ज्यादा प्रभावी बनाती हैं।

क्षेत्रीय प्रभाव और रणनीति

Israel-Iran के बीच सीधे तौर पर किसी बड़े युद्ध का इतिहास नहीं है, लेकिन दोनों के बीच लगातार तनाव बना रहता है। ईरान अपने क्षेत्रीय प्रभाव को बढ़ाने के लिए विभिन्न मिलिशिया और प्रतिरोधी समूहों का समर्थन करता है, जिसमें इराक, सीरिया, लेबनान और यमन में विभिन्न समूह शामिल हैं। इसके विपरीत, इजरायल अपनी रक्षा नीति के तहत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है और तकनीकी उन्नति पर जोर देता है।

निष्कर्ष: तकनीकी दक्षता बनाम पारंपरिक शक्ति

इजरायल की सेना छोटी, लेकिन आधुनिक हथियारों और तकनीकी उपकरणों से लैस है, जो उसे तेजी से कार्यवाही करने में सक्षम बनाता है। उसकी सेना का हर सैनिक उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करता है, जो उन्हें ईरान की बड़ी लेकिन पारंपरिक सेना के मुकाबले अधिक कुशल बनाता है।

ईरान की सैन्य ताकत मुख्य रूप से उसके व्यापक संख्या बल और पारंपरिक सैन्य संसाधनों पर निर्भर है, जो उसे क्षेत्रीय विवादों में बल प्रदान करते हैं। वहीं, इजरायल की तकनीकी बढ़त और उन्नत प्रणाली उसे क्षेत्रीय सुरक्षा के मामले में अधिक प्रभावी बनाती हैं।

इस प्रकार, Israel-Iran दोनों की सैन्य शक्ति में उनके अलग-अलग विशेषताओं के कारण एक दिलचस्प संतुलन बनता है, जो पश्चिम एशिया में उनकी रणनीतिक स्थिरता और सुरक्षा को आकार देता है।

Read More: नोएडा में युवा वर्ग को नशे के चंगुल से बचाने के लिए पुलिस का ऑपरेशन प्रहार 2nd

Watch Video

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button