Gujarat : वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर डे, मुंह और गले के कैंसर के मरीजों के लिए आशा की किरण बना गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (GCRI)

Gujarat News : (अभिषेक बारड): हर साल 27 जुलाई को ‘वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर डे’ के रूप में वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य दुनियाभर में बढ़ते मुंह और गले के कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना, लोगों को विभिन्न प्रकार के व्यसनों से दूर रहने के लिए प्रेरित करना तथा इस बीमारी की उपलब्ध उपचार सुविधाओं की जानकारी देना है।
आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी सरकारी अस्पताल की, जो अहमदाबाद के मेडिसिटी परिसर में स्थित है, जहां मुंह और गले सहित सभी प्रकार के कैंसर के उपचार हेतु देशभर से मरीज आते हैं और यहां इलाज पाकर कैंसर को हराकर अपने घर लौटते हैं।
अहमदाबाद के सिविल कैंपस में स्थित गुजरात कैंसर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (GCRI) कैंसर रोगियों के लिए एक आशा की सुनहरी किरण बनकर उभरी है। यह संस्थान गुजरात सरकार, गुजरात कैंसर सोसायटी और GCRI ट्रस्ट द्वारा संचालित है और अपनी उत्कृष्ट चिकित्सा आधारभूत संरचना तथा अत्याधुनिक उपचार सेवाओं के कारण वर्षों से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए भरोसेमंद नाम बन चुका है।
GCRI में मुंह और गले के कैंसर सहित सभी प्रकार के कैंसर का स्क्रीनिंग, उपचार, जांच, सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी, दवाइयों सहित सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती हैं। PMJAY आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों को भी पूरी तरह निःशुल्क उपचार मिलता है।
GCRI: कैंसर उपचार में अग्रणी नाम
अहमदाबाद के सिविल कैंपस में स्थित GCRI अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं और विशेषज्ञ टीम की सहायता से देशभर के रोगियों को विश्वस्तरीय उपचार प्रदान करता है। पिछले पाँच वर्षों में यहाँ 77,650 मरीजों का इलाज हुआ, जिनमें से 25,408 (33%) मुंह और गले के कैंसर से पीड़ित थे। यह आंकड़ा यह भी दर्शाता है कि समाज में व्यसनों के खिलाफ व्यापक जागरूकता की जरूरत है।
उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं
GCRI विभिन्न सेवाओं के माध्यम से मरीजों को समग्र उपचार प्रदान करता है:
स्क्रीनिंग और रोकथाम: अक्टूबर 2021 से शुरू हुई कैंसर स्क्रीनिंग ओपीडी से औसतन 49,000 से अधिक लोगों ने निःशुल्क जांच करवाई, जिनमें 104 कैंसर केस की पहचान हुई।
सर्जरी: हर वर्ष औसतन 5,453 मेजर और 6,494 माइनर सर्जरी की जाती हैं।
कीमोथेरेपी: वार्षिक औसतन 48,568 सत्र।
रेडियोथेरेपी: हर साल लगभग 5,906 मरीजों को उपचार।
बोन मैरो ट्रांसप्लांट (BMT): 2024 में BMT विभाग की क्षमता को 4 से बढ़ाकर 11 बेड कर दिया गया है।
रोबोटिक सर्जरी: GCRI देश का पहला और एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहाँ रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।
निःशुल्क इलाज की सुविधा
PMJAY आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत, आयुष्मान कार्ड धारकों को संपूर्ण उपचार निःशुल्क प्रदान किया जाता है। निजी अस्पतालों की तुलना में पेइंग मरीजों के लिए भी इलाज का खर्च काफी कम होता है, जिससे किसी भी मरीज को आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित नहीं होना पड़ता।
सामुदायिक जागरूकता और रोकथाम प्रयास
GCRI समाज में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय है:
स्क्रीनिंग कैंप: हर साल 100 से अधिक कैंसर स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन।
HPV DNA टेस्टिंग: 2022 से सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए निःशुल्क HPV DNA टेस्टिंग की शुरुआत।
GCRI निदेशक डॉ. शशांक पंड्या का कहना है, “तमाकू का व्यसन मुंह और गले के कैंसर का मुख्य कारण है।
लोगों को महीने में एक बार अपने मुंह की स्वयं जांच करनी चाहिए। यदि मुंह में छाले, सफेद-काले धब्बे, खाना निगलने में दिक्कत या मुंह खोलने में परेशानी जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।”
सेटेलाइट सेंटर्स: इलाज की पहुंच में विस्तार
GCRI ने राज्यभर में इलाज की पहुंच बढ़ाने हेतु सेटेलाइट सेंटर्स की स्थापना की है:
राजकोट: यहां 2023 से MD रेडिएशन ऑन्कोलॉजी कोर्स की शुरुआत की गई है।
राजकोट, भावनगर, सिद्धपुर: इन स्थानों पर भी ऑपरेशन, कीमोथेरेपी और रेडिएशन जैसी समग्र सेवाएं विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति के साथ उपलब्ध हैं।
उन्नत चिकित्सा आधारभूत संरचना
GCRI रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में अग्रणी संस्थान है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों का समावेश है:
साइबर नाइफ: देश के एकमात्र सरकारी अस्पताल में उपलब्ध।
अन्य उपकरण: तीन लीनियर एक्सीलेरेटर, भाभाट्रॉन, इरिडियम यूनिट, 4D CT सिम्युलेटर, ट्रूबीन लिनेएक, टोमोथेरेपी (₹95 करोड़ की लागत से)।
ये उपकरण तेज, सटीक और कम साइड इफेक्ट्स के साथ इलाज संभव बनाते हैं।
उपलब्धियां और मान्यताएँ
PMJAY: भारत में दूसरे स्थान पर सर्वश्रेष्ठ सरकारी अस्पताल (लार्ज स्टेट) के रूप में सम्मान।
The Week मैगज़ीन: 2021 से 2024 तक भारत की शीर्ष 10 ऑन्कोलॉजी अस्पतालों में स्थान; 2024 में 9वां स्थान।
NIRF रैंकिंग: 2022 (37वां), 2023 (41वां), 2024 (45वां); टॉप-50 में स्थान पाने वाला गुजरात का एकमात्र अस्पताल।
प्रमाणन और गुणवत्ता
NABH: 2021 में एंट्री-लेवल एक्रेडिटेशन, 2024 में NABH 5वीं संस्करण की पूर्ण मान्यता।
NABL: 2022 में सभी प्रयोगशालाओं को मान्यता प्राप्त।
NABEC: 2018 से एथिक्स कमेटी को मान्यता।
GCRI न केवल इलाज में, बल्कि जागरूकता, रोकथाम और रिसर्च में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
डॉ. शशांक पंड्या के नेतृत्व में यह संस्थान तम्बाकू जैसे व्यसनों के खिलाफ जंग लड़ रहा है और रोगियों के जीवन में सुधार लाने हेतु सतत प्रयासरत है।
व्यसनमुक्ति और नियमित जांच के ज़रिए हम कैंसर के खिलाफ यह लड़ाई जीत सकते हैं।