
Gujarat News : (अभिषेक बारड) यह गांव गुजरात के अमरेली ज़िले के सावरकुंडला तालुका का केदारिया गांव है। इस गांव में वर्ष 1982 से आज तक कोई चुनाव नहीं हुआ है, और पिछले 45 वर्षों से एक ही व्यक्ति इस गांव का नेतृत्व कर रहा है। गांव में आपसी भाईचारा इतना गहरा है कि यहां के सभी लोग शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्वक एक साथ रहते हैं।
1982 से वे सरपंच चुने जाते रहे
ताजुभाई मोहम्मदभाई दल ने बताया कि उनकी उम्र 73 वर्ष है और वे सावरकुंडला तालुका के केदारिया गांव में ही रहते हैं। पहले नाल और केदारिया गांव की एक संयुक्त ग्राम पंचायत हुआ करती थी, लेकिन पिछले दस वर्षों में इनकी पंचायतें अलग हो गई हैं। ताजुभाई ने बताया कि जब नाल और केदारिया की संयुक्त पंचायत थी तब वर्ष 1982 से वे सरपंच चुने जाते रहे हैं। पंचायत विभाजन के बाद भी वे लगातार 45 वर्षों से निर्विरोध सरपंच बनते आए हैं। पिछले दस वर्षों से वे केदारिया ग्राम पंचायत के निर्विरोध सरपंच हैं, जबकि 35 वर्षों तक संयुक्त पंचायत के समय भी वे बिना विरोध के सरपंच चुने जाते थे।
नाल गांव की जनसंख्या लगभग 1200 और केदारिया गांव की 800
जब महिला आरक्षण के कारण पंचायत चुनाव में किसी महिला को सरपंच बनाना अनिवार्य हुआ, तब भी ताजुभाई निर्विरोध उपसरपंच बने, और सरपंच के रूप में भी जो महिला चुनी गई, वह भी बिना किसी विरोध के चुनी गई थी। उस समय नाल गांव की जनसंख्या लगभग 1200 और केदारिया गांव की 800 थी। संयुक्त ग्राम पंचायत में भी सभी लोग एकमत से सरपंच तय करते थे और कोई चुनावी मुकाबला नहीं होता था।
पिछले 40 वर्षों में इस गांव में एक भी पुलिस केस दर्ज नहीं हुआ
केदारिया पंचायत में विकास के सभी कार्य समय पर और अच्छे से किए जाते हैं। यही कारण है कि पिछले 40 वर्षों में इस गांव में एक भी पुलिस केस दर्ज नहीं हुआ है। गांव में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग रहते हैं, लेकिन सभी त्योहार मिल-जुलकर मनाते हैं और भाईचारे का रिश्ता बनाए रखते हैं।