गुजरात में बारिश बनी आफत, सेना बनी देवदूत
-भारी बारिश के चलते क्षेत्र में बाढ़ , जलभराव से जनता बेहाल
नई दिल्ली, 29 अगस्त : गुजरात के कई जिलों में आई भीषण बाढ़ के जवाब में भारतीय सेना मैदान में उतर गई है। सेना ने क्षेत्र में राहत और बचाव कार्यों की कमान अपने हाथों में लेने के साथ सहायता प्रयासों की फ्रीक्वेंसी भी तेज कर दी है जिसमें एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन भी शामिल है।
दरअसल, गुजरात राज्य सरकार के अनुरोध के बाद भारतीय सेना की छह टुकड़ियां राज्य के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चला रही हैं ताकि तत्काल मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रदान की जा सके। बुजुर्गों, बच्चों, और बीमार लोगों को प्राथमिकता के साथ निकाला जा रहा है। मेडिकल सहायता और जरूरी सामग्री भी दी जा रही है। फिलहाल, गुजरात के 5 जिलों राजकोट, आणंद, मोरबी, खेड़ा, वडोदरा और द्वारका में सेना की तैनाती की गई है। तालाब के बीच फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना हेलीकॉप्टर की भी मदद ले रही है। अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 18,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है तथा लगभग 1,200 लोगों को बचाया गया है।
सेना ने अस्थमा से पीड़ित बुजुर्ग महिला की बचाई जान
वडोदरा के अकोटा क्षेत्र में बचाव अभियान के दौरान सेना ने अस्थमा से पीड़ित एक 87 वर्षीय बुजुर्ग महिला उषा की जान बचाने में भी सफलता प्राप्त की। दरअसल, सेना को एसओएस मिला था कि उषा नाम की एक बुजुर्ग महिला 24 घंटे से ज़्यादा समय से अपने घर में फंसी हुई है। महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही है जिसके चलते परिवार घबराया हुआ है क्योंकि पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और कोई चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध नहीं है। सेना ने स्ट्रेचर के जरिये महिला को जलभराव वाले इलाके से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और महिला को एम्बुलेंस व चिकित्सा सहायता प्रदान की।