एम्स में कैफेटेरिया समेत तमाम सेवाओं के लिए करना होगा 100% डिजिटल भुगतान
-एम्स की सभी सेवाओं के लिए एसबीआई-एम्स स्मार्ट कार्ड से भी किया जा रहा भुगतान

नई दिल्ली, 9 मई : रोगी देखभाल सेवाओं, रेडियोलॉजिकल जांचों, मेडिकल इम्प्लांटों और दवाओं के लिए नकद लेन -देन की जगह नकदी रहित व्यवस्था लागू करने के क्रम में एम्स दिल्ली ने अब अपनी कैफेटेरिया सेवाओं को 100% कैशलेस बनाने का फैसला किया है। इसके तहत एम्स कैफेटेरिया के सभी काउंटरों पर स्मार्ट कार्ड, यूपीआई, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड से ही भुगतान स्वीकार किए जाएंगे।
एम्स प्रवक्ता प्रो रीमा दादा ने कहा कि एम्स निदेशक के पिछले निर्देशों के बावजूद एम्स कैफेटेरिया में डिजिटल भुगतान के साथ नकद लेनदेन अभी भी जारी है। इसे रोकने के लिए आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में एम्स दिल्ली के कैफेटेरिया में आने वाले लोगों से आग्रह है कि वह नकद राशि की जगह डिजिटल भुगतान करें। डॉ दादा ने कहा, पूरी तरह से डिजिटल भुगतान प्रणाली को अपनाने से जहां तकनीकी प्रगति को बढ़ावा मिलता है। वहीं, सुरक्षित और कुशल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण करने में मदद मिलती है।
एम्स में लागू है वन नेशन, वन एम्स, वन कार्ड योजना
एम्स दिल्ली समेत तमाम एम्स अस्पतालों में नकदी रहित भुगतान या डिजिटल लेन-देन के लिए सरकार ने एसबीआई-एम्स स्मार्ट कार्ड लांच किया है। यह कार्ड उन सभी मरीजों को मुफ्त प्रदान किया जाता है जो एम्स में उपचार के लिए भर्ती होते हैं। इस कार्ड को मरीज के विशिष्ट अस्पताल पहचान (यूएचआईडी) नंबर और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) आईडी से जोड़ा जाता है। इसके लिए कोई सेवा शुल्क नहीं लिया जाता है।