ग्रेटर नोएडा, नोएडा: दलित प्रेरणा स्थल से पर बैठों किसानों को भेजा जेल, जमकर हुई धक्का मुक्की
ग्रेटर नोएडा, नोएडा: दलित प्रेरणा स्थल से पर बैठों किसानों को भेजा जेल, जमकर हुई धक्का मुक्की
अमर सैनी
ग्रेटर नोएडा, नोएडा। नोएडा में मंगलवार को दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे किसानों को पुलिस प्रशासन ने जबरन उठा लिया है। इस दौरान पुलिस की किसानों से झड़प हुई। खूब धक्का-मुक्की भी हुई। कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे अन्य किसान भड़क गए। पुलिस ने उनके वाहनों को क्रेन से उठवा दिया। पुलिस की जबरन गिरफ्तारी के बाद 2 महिला किसान बेहोश हो गईं। साथी महिलाओं ने उन पर पानी छिड़ककर होश में लाया। इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें रोडवेज बस में ले गए। करीब तीन-चार बसों में किसानों को सूरजपुर पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां से पुलिस सभी किसानों को लुक्सर जेल ले गई। इस दौरान कड़ी सुरक्षा रही। बसों के आगे-पीछे पुलिस की गाड़ियां चलती रहीं। किसान बस में सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह भी धरना स्थल राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर पहुंचीं।
इससे पहले मंगलवार सुबह भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पवन खटाना ने धरना स्थल पर किसानों को संबोधित किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर बातचीत के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। किसानों का कहना है कि प्रशासन की मंशा ठीक नहीं लग रही है। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, किसानों और किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। कुछ लोगों को थाने में रखा गया है। किसानों का कहना है कि ऐसे दबाव में वे बातचीत नहीं करेंगे। हम जेल जाने को तैयार हैं। हम यहां जेल जाने के लिए ही आए हैं। दोपहर करीब 12 बजे के बाद चार हजार पुलिसकर्मी दलित प्रेरणा स्थल पर पहुंचे और एक-एक कर करीब 700 किसानों को रोडवेज में डालने लगी। इस पर किसान भड़क गए। किसानों ने प्रदेश सरकार और अन्य लोगों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच कई महिलाएं भी बेहोश हो गई। अफरातफरी के माहौल के बीच किसान नेता खलीफा को भी पुलिस पकड़कर ले गई। जेल पहुंचने के बाद तमाम किसान नेताओं ने लुक्सर जेल से वीडियो बनाकर अपना गुस्सा जाहिर किया। साथ ही गौतमबुद्ध नगर के लोगों से भी इस आंदोलन को लेकर डटे रहने का आहवान किया है।
123 किसान भेजे गए जेल
नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल से बुधवार दोपहर करीब 700 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचाया था। वहां से करीब 123 किसानों को अब लुक्सर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने किसान नेता सुखबीर खलीफा समेत 123 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
सोमवार को भी जमकर हुआ था बवाल
वहीं सोमवार को ग्रेटर नोएडा, नोएडा और यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ किसान नेताओं की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इसके बाद नोएडा एक्सप्रेसवे से बैरिकेडिंग हटा दी गई और आंदोलन शुरू हो गया है। किसानों ने केंद्र सरकार को अपनी मांगों पर फैसला लेने के लिए एक हफ्ते का समय दिया है। इस दौरान किसान दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देंगे। अगर एक हफ्ते में मांगें पूरी नहीं हुईं तो किसान फिर से दिल्ली कूच करेंगे। सोमवार को दोपहर 12 बजे किसान नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास एकत्र हुए। संसद का घेराव करने के लिए जब वे दिल्ली की ओर बढ़े तो पुलिस ने किसानों को दलित प्रेरणा स्थल पर रोक लिया। किसानों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी थी। हालांकि, वज्र वाहन और आरएएफ के जवान तैनात थे और निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा था। नोएडा एक्सप्रेसवे को दोनों तरफ से बंद करने और वाहनों की चेकिंग के कारण 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।