Indigo Crisis: देशभर में एयरपोर्ट्स पर हाहाकार, आज भी इंडिगो की 500 फ्लाइट्स रद्द—यात्रियों की बढ़ी परेशानी, सरकार सख्त

Indigo Crisis: देशभर में एयरपोर्ट्स पर हाहाकार, आज भी इंडिगो की 500 फ्लाइट्स रद्द—यात्रियों की बढ़ी परेशानी, सरकार सख्त
देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन IndiGo का संकट लगातार आठवें दिन भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उड़ान संचालन में भारी अव्यवस्था और पायलट्स विवाद के चलते आज भी लगभग 500 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिसके कारण हवाई अड्डों पर अफरातफरी का माहौल है। पिछले सात दिनों में 4,500 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिसने लाखों यात्रियों को भारी संकट में डाल दिया है। परिवारों, छात्रों, बुजुर्गों और विदेशी यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ रहा है, जबकि कई ने कहा कि उन्हें किसी भी तरह की स्पष्ट जानकारी या सहायता उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
इंडिगो की यह समस्या पायलटों की ड्यूटी टाइम रेगुलेशन में बदलाव और रोस्टर प्रबंधन विवाद के बाद शुरू हुई, जिसके बाद अचानक बड़े पैमाने पर पायलट अनुपस्थित हो गए। विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति स्पष्ट रूप से इंगित करती है कि एयरलाइन की आंतरिक योजना और मानव संसाधन प्रबंधन में गंभीर कमियां मौजूद थीं।
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर 152 प्लान्ड फ्लाइट्स रद्द हुईं, जिसमें 76 अराइवल और 76 डिपार्चर शामिल हैं। हैदराबाद के शमशाबाद एयरपोर्ट पर 38 उड़ानें रद्द, जबकि दिल्ली और बेंगलुरु से सोमवार को 250 से अधिक उड़ानें बंद करनी पड़ीं। लखनऊ एयरपोर्ट पर भी सोमवार को 26 इंडिगो उड़ानें रद्द हुईं। यात्रियों का कहना है कि वे पिछले 12–15 घंटे से बिना किसी सटीक सूचना के टर्मिनल में फंसे हुए हैं।
सरकार की कड़ी कार्रवाई, एयरलाइन ऑपरेटरों की बैठक आज
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नागर विमानन मंत्रालय ने 10 अधिकारियों को देशभर के प्रमुख हवाई अड्डों पर तैनात किया है, ताकि वे अगले दो–तीन दिनों तक हालात की निगरानी कर सकें और यात्रियों को सहायता दिला सकें। इसके साथ ही आज सभी एयरलाइन ऑपरेटरों के शीर्ष अधिकारियों को राजीव भवन में हाई-लेवल रिव्यू मीटिंग के लिए बुलाया गया है।
बैठक का मुख्य उद्देश्य होगा:
- इंडिगो जैसी किसी स्थिति की पुनरावृत्ति रोकना
- यात्रियों की देखभाल, रिफंड प्रक्रिया और बैगेज प्रबंधन की समीक्षा
- एयरलाइन संचालन क्षमता को कैसे बहाल किया जाए, इस पर रणनीति
- एयरफेयर कैपिंग और अतिरिक्त स्लॉट आवंटन पर विचार
विंटर शेड्यूल में कटौती—सरकार का सख्त संदेश
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार इंडिगो के शेड्यूल में भारी कटौती करने जा रही है। उन्होंने कहा:
“IndiGo वर्तमान में 2,200 उड़ानें संचालित कर रहा है। हम निश्चित रूप से उनमें कटौती करेंगे और खाली स्लॉट अन्य एयरलाइंस को दिए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि 1 दिसंबर से 8 दिसंबर शाम 5 बजे तक रद्द हुए 7,30,655 PNR के लिए 745 करोड़ रुपये का रिफंड पहले ही जारी किया जा चुका है। 9,000 यात्रियों के बैग में से 6,000 बैग वापस दिए जा चुके हैं, जबकि शेष आज रात या मंगलवार सुबह तक लौटाए जाएंगे।
DGCA की चेतावनी—इंडिगो ने मांगी माफी
DGCA ने बताया कि उसे इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोरक्वेरास का जवाब मिल चुका है। एयरलाइन ने “गहरा खेद” व्यक्त करते हुए यात्रियों से माफी मांगी है। DGCA ने कहा कि:
“जवाब की समीक्षा की जा रही है और उचित कार्रवाई जल्द की जाएगी।”
यात्रियों का दर्द
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं जिनमें बच्चे फर्श पर सोते, बुजुर्ग व्हीलचेयर पर इंतजार करते और भीड़ में अफरा—तफरी दिख रही है। एक यात्री ने कहा:
“हम यहां कल रात से बैठे हैं, न कोई व्यवस्था, न कोई जवाब… कोई नहीं बता रहा कि आखिर चल क्या रहा है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति जल्दी नियंत्रित न हुई तो टिकट कीमतों में भारी उछाल आ सकता है और अन्य एयरलाइनों पर यदि दबाव बढ़ा तो पूरा भारतीय विमानन तंत्र प्रभावित हो सकता है।





