गौतमबुद्धनगर, नोएडा: त्वरित सहायता पहुंचाने में नोएडा पुलिस को प्रदेश में दूसरा स्थान
गौतमबुद्धनगर, नोएडा: त्वरित सहायता पहुंचाने में नोएडा पुलिस को प्रदेश में दूसरा स्थान
अमर सैनी
गौतमबुद्धनगर, नोएडा। यूपी 112 रेस्पांस टाइम में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का दबदबा कायम है। बुधवार को जारी दिसंबर की सूची में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल की है। जिले में पीड़ितों तक त्वरित सहायता पहुंचने में महज तीन मिनट 50 सेकेंड का समय लग रहा है। गाजियाबाद सूची में पहले और फिरोजाबाद तीसरे स्थान पर है। देवरिया अंतिम पायदान पर है। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर के निर्देशन व डीसीपी ट्रैफिक के पर्यवेक्षण में पीआरवी वाहनों द्वारा कम समय में शीघ्र सहायता पहुंचाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पीवीआर को प्रतिदिन 400 से 450 सूचनाएं प्राप्त होती हैं। इनको डायल 112 की 65 चार पहिया पीआरवी और 48 दोपहिया पीआरवी द्वारा पहुंचकर त्वरित सहायता प्रदान की जाती है। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को दिसंबर माह में जो सूचनाएं प्राप्त हुई, उन पर पीआरवी द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई कर सहायता प्रदान की गई। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत कमिश्नरेट में छह महिला पीआरवी चलती है तथा हाईवे पर सुरक्षा एवं त्वरित रेस्पांस के लिए चार पीआरवी ईस्टर्न- पेरिफेरल तथा दो पीआरवी यमुना एक्सप्रेस-वे पर संचालित रहती है। दिसंबर में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर में शहरी क्षेत्र में पीआरवी का रेस्पांस टाइम तीन मिनट 42 सेकेंड रहा तथा देहात क्षेत्र में पीआरवी का रेस्पांस टाइम तीन मिनट 53 सेकेंड रहा व कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का औसत रेस्पांस टाइम तीन मिनट 50 सेकेंड रहा। पीआरवी की उत्तम कार्यशैली व तकनीकी सहायता तथा जल्द से जल्द कालर को पूर्ण रूप से सहायता प्रदान करने के लिए पीआरवी कर्मियों को समय-समय पर 18 दिवसीय फ्रेशर तथा प्रत्येक छह माह के अंतराल में सभी पीआरवी कर्मियों को नौ दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पुलिस लाइन में सम्पन्न कराया जाता है। दिसंबर में प्रदेश के यूपी-112 में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने कई बार पीआरवी आफ डे का खिताब प्राप्त किया है। रिस्पांस टाइम घटाने को लेकर कमिश्नरेट पुलिस कई योजनाओं पर काम कर रही है। त्वरित सहायता पहुंचने से कई बार घायल व्यक्ति को बचा लिया जाता है तो कई बार अपराध के रोकथाम में भी यह सहायक बनता है।