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Noida Skywalk: नोएडा में बनेगा आधुनिक स्काई वॉक, पैदल यात्रियों को मिलेगी राहत, ट्रैफिक होगा सुगम

Noida Skywalk: नोएडा में बनेगा आधुनिक स्काई वॉक, पैदल यात्रियों को मिलेगी राहत, ट्रैफिक होगा सुगम

नोएडा में दिल्ली से नोएडा की ओर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-1, 2, 14 और 15 के बीच स्थित व्यस्त नोएडा गोलचक्कर पर एक अत्याधुनिक स्काई वॉक बनाने का निर्णय लिया है। इस क्षेत्र में दिल्ली से आने वाला हैवी ट्रैफिक प्रतिदिन हजारों वाहनों और पैदल यात्रियों की वजह से जाम की स्थिति पैदा करता है। खासकर ऑफिस आवर के दौरान यह चौराहा यात्रियों और पैदल मुसाफिरों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। अक्सर सड़क पार करते समय दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। इन समस्याओं के समाधान के लिए प्राधिकरण ने स्काई वॉक निर्माण की योजना को हरी झंडी दी है। इस प्रोजेक्ट से ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा और सड़क सुरक्षा में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।

प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्णा करुणेश, जीएम आरपी सिंह और अन्य अधिकारियों ने हाल ही में इस क्रॉसिंग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद प्रस्तावित स्थान पर स्काई वॉक निर्माण का निर्णय लिया गया। डिजाइन तैयार करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। स्काई वॉक में दोनों ओर स्वचालित एस्केलेटर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को ऊपर-नीचे जाने में कोई कठिनाई न हो। इसके साथ ही दिव्यांगजन की सुविधा के लिए लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाएगी। यह पहल नोएडा को पैदल यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षित और आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

स्काई वॉक के निर्माण की लागत डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनने के बाद तय की जाएगी। प्राधिकरण की योजना है कि इसे बिल्ट-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल पर तैयार किया जाए। इस मॉडल के तहत एक निजी कंपनी इसका निर्माण करेगी, फिर विज्ञापनों के माध्यम से खर्च की भरपाई करेगी और रखरखाव की जिम्मेदारी भी उसी की होगी। लागत वसूली के बाद स्काई वॉक का संचालन प्राधिकरण अपने हाथ में ले लेगा।
प्राधिकरण अधिकारियों का मानना है कि स्काई वॉक बनने के बाद नोएडा गोलचक्कर पर पैदल यात्रियों के कारण लगने वाला जाम पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। सड़क पर वाहन सुचारू रूप से चल सकेंगे और दुर्घटनाओं में भी उल्लेखनीय कमी आएगी। यह परियोजना न केवल ट्रैफिक प्रबंधन को सुगम बनाएगी, बल्कि नोएडा की आधुनिक शहरी संरचना में एक और उपलब्धि जोड़ेगी।

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