
Faridabad: फ़रीदाबाद में ट्रॉमा सेंटर की मांग पर 151वें दिन भी जारी धरना, समाजसेवियों ने करवाया मुंडन
रिपोर्ट: संदीप चौहान
Faridabad: हरियाणा के फ़रीदाबाद में ट्रॉमा सेंटर की स्थापना और शहर को रेफर मुक्त करने की मांग को लेकर रेफर मुक्त संघर्ष समिति का धरना लगातार 151वें दिन भी जारी रहा। सरकार की अनदेखी के विरोध में धरने पर बैठे समाजसेवियों ने सामूहिक रूप से मुंडन करवाया और इसे सरकार को चेतावनी के रूप में पेश किया। बीके सिविल अस्पताल के गेट के पास धरना दे रहे समिति के संचालक सतीश चोपड़ा और अन्य समाजसेवी पिछले पांच महीनों से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि फ़रीदाबाद में ट्रॉमा सेंटर नहीं होने की वजह से गंभीर मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है, जिसके चलते कई मरीजों की समय पर इलाज न मिलने से मौत हो चुकी है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सतीश चोपड़ा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनकी मांगें सरकार ने स्वीकार कर ली थीं, लेकिन बीके सिविल अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर के निर्माण के लिए अभी तक एक भी ईंट नहीं लगाई गई है। चोपड़ा ने आरोप लगाया कि अस्पताल में दलाल सक्रिय हैं, जो मरीजों से अवैध वसूली कर रहे हैं और इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन और पुलिस को होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पर तंज कसते हुए कहा कि वे प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए साइकिल यात्राएं कर रहे हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे। सतीश चोपड़ा ने बताया कि यह तीसरी बार है जब उन्होंने सामूहिक मुंडन कर सरकार को जगाने का प्रयास किया है।
इसके अलावा धरने के दौरान सांकेतिक प्रदर्शन, मौन व्रत, सड़कों पर जुलूस और मशाल रैली भी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के विधायकों को ज्ञापन सौंपे गए हैं और यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाया गया, लेकिन सरकार अब तक इस पर गंभीर नहीं हुई है। चोपड़ा ने कहा कि यह समस्या सिर्फ फ़रीदाबाद की नहीं बल्कि हरियाणा के अन्य जिलों में भी है, जहां लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज न मिलने के कारण निजी अस्पतालों की मनमानी के शिकार होते हैं। धरने पर बैठे समाजसेवी संजय पाल ने कहा कि वे सतीश चोपड़ा के साथ 151 दिन से लगातार धरने में शामिल हैं और अब तक मुंडन, मौन व्रत, प्रदर्शन और मशाल जुलूस कर चुके हैं, लेकिन सरकार ने फ़रीदाबाद को रेफर मुक्त करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार फ़रीदाबाद में ट्रॉमा सेंटर स्थापित कर इसे रेफर मुक्त नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा।