Delhi Crime Branch: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे में सुलझाई सनसनीखेज हाईवे लूट और ज़हर देकर चोरी की वारदात, ₹55 लाख का कॉपर स्क्रैप बरामद

Delhi Crime Branch: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे में सुलझाई सनसनीखेज हाईवे लूट और ज़हर देकर चोरी की वारदात, ₹55 लाख का कॉपर स्क्रैप बरामद
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच नॉर्दर्न रेंज-I ने हाईवे पर हुई सनसनीखेज लूट और ज़हर देकर चोरी की वारदात को महज़ 48 घंटों में सुलझा लिया। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और चोरी गई पूरी संपत्ति बरामद की गई। बरामदगी में ₹55 लाख मूल्य का 6,000 किलोग्राम कॉपर स्क्रैप शामिल है। यह मामला थाना न्यू उस्मानपुर में दर्ज एफआईआर संख्या 607/25, दिनांक 10 सितंबर 2025 के तहत दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता मनीष कुमार ने 9 सितंबर को पुलिस को बताया था कि वह टाटा-709 ट्रक में 6,000 किलो कॉपर स्क्रैप (80 बोरों में) लेकर लिबासपुर से मडोली जा रहा था। सिग्नेचर ब्रिज पार करने के बाद रिंग रोड पर स्विफ्ट कार सवार कुछ लोगों ने ट्रक रुकवाया और खुद को बैंक अधिकारी बताकर ट्रक की किस्त बकाया होने का हवाला दिया। इसके बाद दो लोग जबरन ट्रक में चढ़ गए और एक ने मनीष को इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। जब मनीष को होश आया तो माल गायब था।
क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम ने इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में जांच शुरू की। टीम ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स का गहराई से विश्लेषण किया। जांच में सामने आया कि ड्राइवर मनीष खुद इस साजिश का मास्टरमाइंड था। कड़ी पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में मनीष कुमार (मुख्य साजिशकर्ता व ड्राइवर), आदित्य (मनीष का मित्र), अरुण सोनी (कबाड़ी और साजिश का मास्टरमाइंड), और रामज़ान (जिसने इंजेक्शन लगाया) शामिल हैं। बरामदगी में पूरा 6,000 किलो कॉपर स्क्रैप, टाटा-709 ट्रक और इंजेक्शन-सिरिंज मिले।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह ऑपरेशन अपराध शाखा की तत्परता और कुशलता का प्रमाण है, जिसने गंभीर अपराध की गुत्थी सिर्फ दो दिन में सुलझा दी और आरोपियों को कानून के शिकंजे में ले लिया।